देश कांग्रेस कमेटी के सचिव विकास अवस्थी और नगर ग्रामीण जिलाध्यक्ष अमित पांडेय बताते हैं कि कांग्रेस में उन सभी लोगों को स्वागत है जो अपनी पार्टी की नीति से खुश नहीं हैं। जो लोग कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं वह अपनी मर्जी से आ रहे हैं।
कानपुर, पुरानी कहावत है कि, जब किसी समूह में रहकर जीत हासिल करनी हो तो सामने वहां फूट डाल दो। अब यही पद्धति नगर ग्रामीण कांग्रेस के नेताओं ने करना शुरू किया है। भाजपा के वार्ड और मंडल के पदाधिकारियों को तोड़कर पार्टी में शामिल करने की शुरुआत कांग्रेस के नेताओं ने कर दी है। इतना ही नहीं पार्टी छोड़कर आए पदाधिकारियों को लखनऊ ले जाकर प्रदेश अध्यक्ष से प्राथमिक सदस्यता दिलायी जा रही है।
चुनाव से ठीक पहले मजबूत क्षेत्रीय पार्टी के सिपाहसालार तोड़कर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करते हैं। इससे जहां मजबूत स्थिति में रहने वाली पार्टी और उसके नेताओं को मनोबल टूटता है वहीं इसका फायदा कई राज्यों में देखने को मिला है। पिछले कई चुनाव में सरकार के नीति नियंता इसी रणनीति पर काम कर रहे हैं। अब कांग्रेस के क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने भी इसी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। भाजपा के मंडल और वार्ड स्तर के पदाधिकारियों को तोड़कर उन्हें कांग्रेस में शामिल कराने की होड़ लग गई है। पिछले एक माह में 40 से ज्यादा पदाधिकारियों को कांग्रेस में शामिल कराया जा चुका है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव विकास अवस्थी और नगर ग्रामीण जिलाध्यक्ष अमित पांडेय बताते हैं कि कांग्रेस में उन सभी लोगों को स्वागत है जो अपनी पार्टी की नीति से खुश नहीं हैं। जो लोग कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं वह अपनी मर्जी से आ रहे हैं। किसी पर भी कोई दबाव नहीं है।