उत्तर प्रदेश के कानपुर के बर्रा विश्वबैंक में सात साल के एक मासूम को बंदर ने गर्दन पर काट लिया। बंदर के काटते ही गर्दन से खून का फव्वारा छूट गया। बेटे की गर्दन से खून बहता देख माता पिता उसे अस्पताल लेकर दौड़े। जहां डॉक्टरों ने मासूम की गर्दन पर सात टांके लगाए हैं। वहीं पनकी इलाके में भी बंदरों का आतंक फैला है।
कानपुर, बर्रा विश्वबैंक एच ब्लाक में सात वर्षीय कक्षा दो के छात्र कृष्णा सिंह को बंदर ने काट खाया। वह सुबह घर के अंदर सो रहा था। तभी बंदर छत से घर अंदर पहुंचा और छात्र पर हमला कर दिया। इलाकाई लोगों का कहना है कि करीब 10 दिन से एक ही बंदर लोगों के घरों के आसपास घूम रहा है। पनकी में भी एक दिन पूर्व बंदर के हमले में कई लोग घायल हो गए थे। लोगों ने बताया कि इसकी शिकायत वन विभाग से की गई है। बर्रा विश्वबैंक में शनिवार सुबह एक बंदर ने घर मे घुसकर आठ वर्षीय छात्र के गले मे काटकर लहूलुहान कर दिया। बहन बचाने लगी तो उसे भी पंजा मार दिया।बहन ने बहादुरी दिखा बंदर को भगा भाई को बचाया।इसके बाद छात्र को इलाज के लिए ले जाया गया।
बर्रा विश्व बैंक एच ब्लॉक निवासी मसाला फैक्ट्रीकर्मी अरविंद सोनी ने बताया कि उनका आठवर्षीय बेटा कृष्णा कक्षा दो का छात्र है शनिवार सुबह करीब सात बजे कमरे में सो रहा था,जबकि पास में उसकी बहन 20 वर्षीय अंजली बैठी थी।तभी छत के रास्ते से एक बंदर कमरे में घुस आया और कृष्णा को दबोचकर गले मे काटने लगा। उसे छटपटाता देख अंजली चीखते हुए बंदर भगाने लगी।इस पर बंदर ने उसे भी पंजा मार दिया,लेकिन बहन डरी नहीं और अकेले ही बंदर को भाई से छुड़ाती रही। किसी तरह से वह भाई को उससे अलग कर बचा पाई। इसके बाद बंदर को भगाया जा सका। पिता ने बताया कि बंदर ने बच्चे के गले में काफी काट लिया है।
कई और भी खरोंच के निशान मिले हैं। अगर थोड़ी देर और बंदर उसे काट लेता तो जान पर बन सकती थी। वहीं पूर्व पार्षद अर्पित यादव ने बताया कि इलाके में बंदर 10-12दिन से घूम रहा है। अधिकारियों से उसे पकड़ने के लिए बात कर रहे हैं। लोगों में बंदर का भय बना हुआ है।