कानपुर के अंबेडकर नगर में मंगलवार को एक महिला पानी की टंकी पर चढ़कर कूदने की धमकी देने लगी। सूचना पर पुलिस पहुंची तो महिला ने बताया कि उसके दो भाई हत्या के आरोप में जेल में बंद हैं। उन्हें छोड़ दो नहीं तो मैं यहां से कूद जाऊंगी।
कानपुर, लापता युवक की हत्या के मामले में दो सालों को जेल भेजने पर मृतक की पत्नी उन्हें छुड़वाने के लिए मंगलवार को अंबेडकर नगर स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गई। मौके पर एसीपी नौबस्ता समेत गुजैनी थाने की फोर्स पहुंच गई। करीब ढाई घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलने के बाद पुलिस महिला को नीचे उतार पाने में सफल हुई।
दादा नगर साइट-5 निवासी कबाड़ का काम करने वाले शकील के परिवार में पत्नी अफसाना व चार बच्चे थे। अफसाना का आरोप है कि गुजैनी गांव के रहने वाले दो युवकों ने पति का करीब दो लाख का लोन कराया था। 27 अप्रैल को दोनों पति को अपने साथ बैंक ले जाने की बात कहकर निकले थे। तब से पति नहीं लौटे। दोनों युवकों से बात की तो उन लोगों ने उसे व उसके भाई अयूब और सलाम को धमकाकर भगा दिया।
महिला ने 30 अप्रैल को गोविंद नगर थाने में दोनों युवकों के खिलाफ तहरीर दी। वहीं शकील के पिता इस्माइल ने भी बेटे की गुमशुदगी की तहरीर दी थी।पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी। तभी साढ़ थानाक्षेत्र में शकील की बाइक मिली।इसके बाद दो मई को शकील का शव फतेहपुर के बकेवर थानाक्षेत्र में मिला। अफसाना ने शव की पहचान भी की।
गोविंदनगर थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने बताया कि जांच में सामने आया था कि अफसाना के दो भाइयों ने हत्या कर शव फेंका था।जहां शव मिला वहां के लोगों ने भी दोनों को देखा था। सोमवार को पुलिस ने गुमशुदगी को हत्या व साक्ष्य छिपाने की धारा में मुकदमा तरमीम कर दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया।इसपर मृतक की पत्नी अपने भाइयों को छुड़ाने के लिए मंगलवार को टंकी पर चढ़ गई।