प्रदेश में उचित मूल्य की दुकानों पर अनाज वितरण में अब घटतौली नहीं हो सकेगी। शासन ने इन दुकानों पर खाद्यान्न तौलने वाली इलेक्ट्रानिक वेइंग मशीनों को ई-पास मशीनों से जोडऩे का फैसला किया है।
लखनऊ : प्रदेश में उचित मूल्य की दुकानों पर अनाज वितरण में अब घटतौली नहीं हो सकेगी। शासन ने इन दुकानों पर खाद्यान्न तौलने वाली इलेक्ट्रानिक वेइंग मशीनों को ई-पास मशीनों से जोडऩे का फैसला किया है। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए सिस्टम इंटीग्रेटर संस्थाओं के चयन के प्रस्ताव (आरएफपी) को शुक्रवार को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
प्रदेश में लगभग 80 हजार उचित मूल्य की दुकानें हैं। अभी उचित मूल्य की दुकानों पर ई-पास मशीनों के माध्यम से लाभार्थियों को खाद्यान्न का वितरण किया जाता है। इससे यह तो सुनिश्चित हो जाता है कि पात्र लाभार्थी को ही अनाज वितरित किया गया है, अपात्र को नहीं। अनाज को इलेक्ट्रानिक वेइंग मशीनों से तौला जाता है।
अब उचित मूल्य की दुकानों पर ई-पास मशीनों को इलेक्ट्रानिक वेइंग मशीन से इस तरह जोड़ा जाएगा कि जब किसी लाभार्थी को उसके राशनकार्ड में दर्ज यूनिटों के हिसाब से राशन तौला जाएगा, तभी ई-पास मशीन पर वितरण का ट्रांजेक्शन पूरा होगा, अन्यथा नहीं। इस व्यवस्था के लागू होने से रियल टाइम में यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि न सिर्फ पात्र लाभार्थी को खाद्यान्न दिया गया, बल्कि उसे सही मात्रा में इसका वितरण किया गया।
प्रदेश की समस्त उचित दर दुकानों में बिल्ड, ओन, आपरेट माडल पर ई-पास मशीनों की स्थापना पांच वर्ष के अनुबंध के तहत की गई थी। अनुबंध की अवधि जून 2023 में समाप्त हो रही है। इसलिए अब इलेक्ट्रानिक वेइंग मशीन सहित ई-पास मशीनों की स्थापना व संचालन के लिए नए सिर से ई-टेंडर की कार्यवाही की जानी है।