चीन में कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ 7 के मिलने के बाद यूपी में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर सक्रिय हो रहे हैं। मेडिकल टीमों का गठन हो रहा है। शासन ने कोरोना पर नियंत्रण लगाने के लिए एयरपोर्ट बस व रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग की जा रही है।
लखनऊ, आवाज़ ~ ए ~ लखनऊ ! प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ.7 से बचाव के लिए सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं। केंद्र की गाइडलाइन जारी होने के बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देश दिए कि इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर सभी जिलों में तत्काल सक्रिय किए जाएं।
विदेश से आ रहे लोगों की एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग व कोरोना की रेंडम जांच की जाए। पाजिटव आने पर अस्पताल में भर्ती किया जाए और अगर जांच में निगेटिव रिपोर्ट भी आ रही है तो भी उन्हें 14 दिन घर में आइसोलेट रहने की सलाह दी जाए।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सभी जिलों में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर की मदद से डाक्टर ऐसे लोगों की 14 दिन सघन निगरानी करेंगे।
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर अस्पतालों में तैयार किया गया था। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में कोरोना अस्पताल बनाकर डेढ़ लाख बेड की व्यवस्था की गई थी।
अब फिर से जरूरत के अनुसार उन कोरोना अस्पतालों को सक्रिय किया जाए। सरकारी कार्यालयों व निजी संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क बनाई जाए।
पहले 68 हजार हेल्प डेस्क बनाई गई थी। अब दोबारा उन्हें सक्रिय किया जाए। आक्सीजन की किसी भी कीमत पर कमी न हो।
आक्सीजन प्लांट मेडिकल कालेजों में चालू स्थिति में हों और करीब साढ़े चार हजार आक्सीजन कंसंट्रेटर भी दिए गए हैं। कहीं किसी भी स्तर पर लापरवाही की शिकायत न आए। वहीं दूसरी ओर दवा की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।