सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे कुछ राज्यों में बीते कुछ दिनों से कोविड के केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। एनसीआर के जिलों में भी इसका असर है।
लखनऊ, कोरोना संक्रमण काल में बेहतर प्रबंधन के लिए विश्व भर में प्रशंसा पाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते चार दिन में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले देख एनसीआर क्षेत्र वाले प्रदेश के जिलों को अलर्ट मोड पर रखने का निर्देश दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम 09 के साथ समीक्षा बैठक की।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे कुछ राज्यों में बीते कुछ दिनों से कोविड के केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। एनसीआर के जिलों में भी इसका असर है। गौतमबुद्ध नगर में 70 और गाजियाबाद में 11 नए केस की पुष्टि हुई है। वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत पूरे एनसीआर को अलर्ट मोड में रखा जाए। उन्होंने कहा कि अब से गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में कोविड पाजिटिव मिले लोगों के सैम्पल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। इसके साथ ही शासन स्तर से इन दोनों जिलों के डीएम व सीएमओ से संवाद कर स्थिति की गहन समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 507 है। बीते 24 घंटों में 73 हजार 881 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 106 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 37 लोग उपचारित होकर कोरोना से मुक्त भी हो गए हैं। यह स्थिति को देखते हुए हमें पूरी सावधानी और सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही संचारी रोग और दस्तक अभियान को पूरी तत्परता के साथ संचालित किया जाए। बरेली मंडल में मलेरिया पर फोकस रखें तो आगरा, लखनऊ मंडलों में डेंगू से बचाव के प्रति जागरूकता बढ़ाएं। पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस के लिए घर-घर लोगों से संपर्क कर जागरूक करें। इसके साथ ही आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रदेश के सभी विकास खंडों में विशेष स्वास्थ्य मेलों का आयोजन प्रारंभ हो रहा है। ध्यान रहे 18 से 23 अप्रैल तक मेलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति भी रहे।
कोविड वैक्सीनेशन का अभियान सफल : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड टीकाकरण का हमारा महत्वपूर्ण अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। 30 करोड़ 56 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही अब तक 103 से ज्यादा वयस्क आबादी को टीके की पहली डोज लग चुकी है, जबकि 86 प्रतिशत लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 12 से 14 और 15 से 17 आयु वर्ग के टीकाकरण की प्रगति संतोषप्रद है। इसे और तेज किया जाए। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज देने के कार्य में तेजी की अपेक्षा है। अब 700 निजी टीकाकरण केन्द्र पर बूस्टर डोज लगवाया जा सकता है। इन टीकाकरण केन्द्रों और बूस्टर डोज की महत्ता के बारे में आमजन को जागरूक किया जाए। प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाए कि एक भी नागरिक टीकाकवर से वंचित न रहे।