कोरोना के बढ़ते मामले पर लखनऊ का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं बाहर से आने वाले यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच भी अनिवार्य कर दी गई है। अस्पतालों में तैयारियां पूरी है।
लखनऊ । लगातार बढ़ते हुए कोरोना मामलों पर स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी में कमर कस ली है। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने निजी अस्पतालों को बाहर से आने वाले व्यक्तियों की आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करने और पाजिटिव पाए जाने पर जिनोम सीक्वेंसिंग कराने का निर्देश भी दिया है।
सीएमओ डा. मनोज अग्रवाल ने निजी अस्पतालों में ट्रायज एरिया और कोरोना के लिए अलग वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलवा उन्हें यह निर्देश भी दिया गया है कि किसी भी मरीज की आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमित पाए जाने पर उसे अस्पताल में ही प्राथमिक उपचार दिया जाए। यदि मरीज को रेफर किया जाना हो तो उस स्थिति में संबंधित सरकारी अस्पताल में बेड की उपलब्धता की पूरी जानकारी के बाद ही मरीज रेफर किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा है कि कोविड रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद मरीज को सामान्य वार्ड में स्थानांतरित किया जाए। कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में मास्क और अन्य कोरोना नियमों का कड़ाई से पालन करने का आदेश जारी किया है। अस्पताल में सभी डाक्टरों, मरीजों, तीमारदारों और स्टाफ को मास्क लगाना अनिवार्य होगा।
बाहर से आएं तो रखें इन बातों का ध्यान : यदि आप बाहर से यात्रा कर वापस लौटे हों तो स्वयं और परिवार का ध्यान रखने के लिए कोरोना के कुछ नियमों को ध्यान में रखें।
- वापस लौटने के बाद सामान्य स्थिति में भी दो से तीन दिनों तक स्वयं को आइसोलेशन में रखें।
- अगर जुकाम, बुखार या लगातार सिरदर्द हो तो कोरोना जांच करवाएं। रिपोर्ट आने तक अलग रहें।
- रिपोर्ट में कोरोना पुष्टि न हो और जुकाम रहे तो घर में बच्चों से दूरी बना के रहें।
- समय-समय पर हाथ साबुन से धुलते रहें।
- अपने बैग और अन्य सामान को सैनिटाइज जरूर करें।
- किसी भी संशय की स्थिति में अपने चिकित्सक से परामर्श लें।