मेरठ में पिछली बार की तुलना में कोरोना संक्रमण की घातकता अधिक है वहीं संक्रमण दर भी पिछली साल की अपेक्षा अधिक होने की वजह से महामारी ने विकराल रूप ले लिया है। ऐसे में आरएसएस के कार्यकर्ता भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
मेरठ, मेरठ में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर लोगों को गहरे जख्म दे रही है। पिछली बार की तुलना में संक्रमण की घातकता अधिक है, वहीं संक्रमण दर भी पिछली साल की अपेक्षा अधिक होने की वजह से महामारी ने विकराल रूप ले लिया है। इस मुश्किल घड़ी में RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवा कार्यों में लगे संगठनों में सबसे आगे आकर पहली पंक्ति में डटकर संक्रमण से लड़ रहा है। हालात यह है कि आस-पड़ोसी तो क्या अपने भी साथ छोड़ जा रहे हैं। इन हालतों की वजह से उपजे मार्मिक दृश्यों को देखकर मानवता को गहरी ठोस पहुंच रही है। जो स्वयंसेवी लोग या सामाजिक संगठन मदद के लिए आगे आ रहे हैं वह अपनी परवाह किए बगैर समर्पित व निस्वार्थ भाव में लगे पड़े हुए हैं।
महामारी की इस मुश्किल घड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवा कार्यों में लगे संगठनों में सबसे आगे आकर पहली पंक्ति में डटकर संक्रमण से लड़ रहा है। तमाम सेवा कार्यों जैसे, संक्रमितों के घर भोजन पहुंचाने, संक्रमण से निपटने के लिए मास्क निर्माण व वितरण, सैनिटाइजेशन, टेलीमेडिसिन, काढ़ा वितरण, मानव बल देने के साथ एक नई पहले की शुरुआत की है।
इसमें आरएसएस महानगर इकाई के पदाधिकारियों के नेतृत्व में महानगर में संघ के 32 नगरों की टोली अलग-अलग बस्तियों में संक्रमित लोगों की सूची तैयार कर रही है। इसमें उन लोगों के नाम सूची में डाले जा रहे हैं जो प्लाज्मा दान करने के लिए इच्छुक हैं। आरएसएस के महानगर प्रचार प्रमुख संजीव गर्ग ने बताया कि सूची का कार्य शुरू हो चुका है। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी कोरोना संक्रमितों के उपचार में अहम है। इसी को देखते हुए सेवा कार्यों में इस आयाम को भी शामिल किया गया है।