गोरखनाथ मंदिर पर हमले का आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी की हिरासत कोर्ट ने बढ़ा दी है। मुर्तजा को सोमवार को गोरखपुर में कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 16 अप्रैल तक के लिए एटीएस की कस्टडी में सौंप दिया गया।
गोरखपुर, गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे पीएसी जवानों पर जानलेवा हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी को एटीएस ने सोमवार सुबह कड़ी सुरक्षा में एसीजेएम कोर्ट में पेश किया। विवेचक की अर्जी पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोपित की पुलिस कस्टडी रिमांड 16 अप्रैल की दोपहर 12 तक के लिए बढ़ा दी।पुलिस लाइन स्थित एटीएस कार्यालय में मुर्तजा को रखा गया है। देर शाम टीम उसे लेकर लखनऊ रवाना होगी।
सोमवार की कड़ी सुरक्षा में एटीएस ने सीजेएम कोर्ट में पेश किया
सुबह 10.30 बजे एटीएस की टीम अहमद मुर्तजा अब्बासी को मुख्य द्वार की बजाए दूसरे गेट से मुर्तजा को गाड़ी से लेकर कचहरी परिसर में दाखिल हुई।सुरक्षा के लिहाज से पूरी कचहरी सुबह नौ बजे ही छावनी में तब्दील कर दी गई थी।10.45 बजे मुर्तजा एसीजेएम प्रभाष त्रिपाठी की कोर्ट में पेश हुआ। 30 मिनट तक चली सुनवाई के दौरान विवेचना कर रहे एटीएस के इंस्पेक्टर ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला होने की दलील देकर मुर्तजा की पुलिस कस्टडी रिमांड पांच दिन बढ़ाने की अर्जी दी।जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।सुबह 11.28 बजे एटीएस की टीम मुर्तजा को कचहरी से लेकर पुलिस लाइन स्थित अपने कार्यालय पहुंची।जहां उससे पूछताछ चल रही है।
बढ़ सकती है देशद्राेह की धारा व आरोपितों का नाम
मुर्तजा के खिलाफ गोरखनाथ थाने में हत्या की कोशिश, सरकारी कार्य में बाधा डालने, सेवन सीएलए के तहत मुकदमा दर्ज है।एक सप्ताह तक चली पूछताछ और जांच में एटीएस को कई अहम सुराग मिले हैं।जिसके आधार पर मुकदमे में देश द्रोह की धारा और मुर्तजा के मददगारों का नाम बढ़ सकता है।
अब तक क्या हुआ
दो अप्रैल : एटीएस की टीम मुर्तजा को ढूंढते हुए घर पहुंची।जानकारी होने पर नेपाल भागा।
तीन अप्रैल : नेपाल से लौटे मुर्तजा ने गोरखनाथ मंदिर गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर जानलेवा हमला किया।
तीन अप्रैल : मुर्तजा को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस ने गोरखनाथ थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
चार अप्रैल : टेरर कनेक्शन से मामला जुड़ने पर पुलिस के साथ ही एटीएस व खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ की।
चार अप्रैल : कोर्ट ने मुर्तजा को एक सप्ताह के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड में भेजा।
पांच अप्रैल : शासन ने मुकदमे की विवेचना एटीएस को सौंपी, लखनऊ से अधिकारी गोरखपुर पहुंचे।
पांच अप्रैल : पूछताछ के बाद देर रात एटीएस की टीम मुर्तजा को लेकर लखनऊ रवाना हुई।
छह अप्रैल : एटीएस व कैंट पुलिस ने घर की तलाशी लेने के साथ ही मुर्तजा के कमरे में ताला बंद किया।
सात अप्रैल : पिता मुनीर को पूछताछ के लिए एटीएस मुख्यालय लखनऊ बुलाया गया।
आठ अप्रैल : मुर्तजा के बड़े पिता डा. खालिद को एटीएस ने बयान दर्ज कराने का नोटिस भेजा।
10 अप्रैल : डा. खालिद अब्बासी अपना बयान दर्ज कराने एटीएस गोरखपुर के कार्यालय पहुंचे।
11 अप्रैल : एटीएस ने मुर्तजा को एसीजेएम कोर्ट में पेश किया, पांच दिन की पीसीआर मिली।