अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी आफ पेंसिलवेनिया में प्रोफेसर व अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता सारा चेरी ने कहा एंटी वायरल मिश्रण की पहचान करना वास्तव में महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से न केवल कोरोना वायरस के खिलाफ दवाओं की शक्ति बढ़ सकती है बल्कि प्रतिरोध का खतरा भी कम हो जाता है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। विज्ञानियों ने चूहों पर किए गए एक नए अध्ययन में पाया है कि एंटी वायरल दवाओं रेमडेसिविर या मोलनुपिराविर और प्रायोगिक दवा ब्रेक्विनर का मिश्रण सार्स सीओवी-2 वायरस के विस्तार को रोक देता है, जिसके कारण फेफड़ों की कोशिकाओं में कोविड-19 की बीमारी पैदा होती है।
‘नेचर’ पत्रिका में हाल ही में प्रकाशित इस अध्ययन में सलाह दी गई है कि दवाओं के अलग-अलग प्रयोग के बजाय उनके मिश्रण का इस्तेमाल ज्यादा प्रभावी होता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि फिलहाल क्लीनिकल परीक्षण नहीं हुआ है, लेकिन अध्ययन में दवाओं के मिश्रण ने कोविड-19 के प्रभावी उपचार की संभावनाएं पैदा की हैं।
एंटी वायरल मिश्रण की पहचान करना वास्तव में महत्वपूर्ण
अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी आफ पेंसिलवेनिया में प्रोफेसर व अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता सारा चेरी ने कहा, ‘एंटी वायरल मिश्रण की पहचान करना वास्तव में महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से न केवल कोरोना वायरस के खिलाफ दवाओं की शक्ति बढ़ सकती है, बल्कि प्रतिरोध का खतरा भी कम हो जाता है।’
शोधकर्ताओं ने 18 हजार दवाओं का किया परीक्षण
शोधकर्ताओं ने कहा कि कोविड के इलाज की तत्काल आवश्यकता इसलिए भी है, क्योंकि नए वैरिएंट का खतरा बढ़ रहा है, जो वैक्सीन के सुरक्षा चक्र को भी भेद सकते हैं। विज्ञानियों ने नए मिश्रण की खोज के लिए सार्स सीओवी-2 वायरस का इस्तेमाल करते हुए 18 हजार दवाओं का परीक्षण किया।