कोरोनावायरस से पूरा देश जूझ रहा है कोविड-19 की दूसरी लहर ने प्रचंड रूप लेकर भारत में सब को दहला दिया है। हालांकि इस वक्त कोविड-19 के मामले जरूर कम हुए हैं लेकिन खतरा अभी टला नहीं है।
नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोनावायरस से पूरा देश जूझ रहा है, कोविड-19 की दूसरी लहर ने प्रचंड रूप लेकर भारत में सब को दहला दिया है। हालांकि इस वक्त कोविड-19 के मामले जरूर कम हुए हैं लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में लोगों की लापरवाही कोविड-19 के खतरे को फिर से बढा सकती है।
कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करना है जरूरी
पर्यटन स्थलों पर लोगों की भीड़ कोरोना महामारी के इस दौर में यकीनन चिंताजनक है। भीड़ में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी भूल जा रहे हैं। डॉ. वीके पॉल, स्वास्थ्य सदस्य नीति आयोग ने कहा कि ‘हम अपने गार्ड को कम नहीं कर सकते। ऐसे पर्यटन स्थलों पर एक नया जोखिम देखने को मिल रहा है जहां भीड़ का जमावड़ा, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है। यह चिंता का एक गंभीर कारण है।’ देश में जगह-जगह अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद पर्यटन स्थलों पर तेजी से भीड़ देखी जा रही है। ऐसे में कोरोना महामारी की दूसरी लहर से उभरते देश को इस वक्त कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है
प्रधानमंत्री ने जताई नाराजगी
कोरोना महामारी की दूसरी लहर धीरे-धीरे कम होने को आई है लेकिन लोगों की कोविड-19 को लेकर लापरवाही से भारत को बड़ा खामियाजा उठाना पड़ सकता है। इसी बात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने नाराजगी जताई है। जो लोग कोविड-19 के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे, मास्क लगाना भूल रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में इन बातों का जिक्र करते हुए कहा कि इस समय लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इस तत्कालीन गलती का दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। इसके साथ ही भविष्य में होने वाली दिक्कतों को चेताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मास्क ना लगाना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करना इन तरह की लापरवाही कोरोना महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई कमजोर कर सकती है।
सतर्क रहें कोरोनावायरस से
लगातार कोरोनावायरस के कम हो रहे मामले को देखते हुए लोगों में कोरोनावायरस को लेकर वह खत्म हो रहा है। ऐसे में छोटी सी गलती भी भारी पड़ सकती है। क्योंकि सच्चाई यह है कि भले ही कोरोना का प्रचंड रूप कम हो गया हो लेकिन कोरोना का अस्तित्व अभी भी जीवित है।
इसलिए यह जरूरी है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। नियमित रूप से हाथ ढूंढते रहे व मास्क जरूर लगाएं। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को समझाते हुए यह भी कहा कि कोरोना को हराने के लिए भारत में टीकाकरण का अभियान चल रहा है। लगातार कम हो रहे कोरोना के मामले को देखते हुए लोग बाहर आ जा सकते हैं लेकिन नियमों का पालन करते हुए।