बिठूर के सुंदर घाट पर गंगा में डूब रही बहन को बचाने के लिए गंगा में भाई कूद गया। स्थानीय लोगों ने बहन को तो बचा लिया लेकिन भाई गंगा की लहरों में समां गया। काफी खोजबीन करने के बाद भी भाई का कुछ पता नहीं चल पाया। रक्षाबंधन के पर्व से पहले परिवार पर टूटे इस दुखों का पहाड़ को जिसने भी सुना उसका दिल पसीज गया।
कानपुर: बिठूर के सुंदर घाट पर गंगा में डूब रही बहन को बचाने के लिए गंगा में भाई कूद गया। स्थानीय लोगों ने बहन को तो बचा लिया लेकिन भाई गंगा की लहरों में समां गया। काफी खोजबीन करने के बाद भी भाई का कुछ पता नहीं चल पाया। बिठूर थाना क्षेत्र के बहलोलपुर मंधना निवासी भारत गैस एजेंसी संचालक राजीव द्विवेदी उर्फ राजा का इकलौता बेटा 13 वर्षीय उज्ज्वल दुबे सावन के आखिरी सोमवार पर गंगा स्नान करने के लिए अपनी सगी बड़ी बहन आयुषी और चचेरी बहन 23 वर्षीय साक्षी के साथ बिठूर गया था।
सबसे पहले तीनो पुराना बिठूर निवासी अपनी मौसी पारुल के यहां गए, जहां उसके साथ मौसेरी बहन मानसी भी उनके साथ पुराना बिठूर साधन धाम आश्रम के पास सुंदर घाट पर स्नान के लिए गई। चारों भाई-बहन गंगा में स्नान करने लगे। उज्ज्वल,आयुषी और मानसी नहाने के बाद घाट की सीढ़ियों पर बैठ गए लेकिन साक्षी घाट की जंजीर को पकड़े हुए नहा रही थी कि तभी अचानक जंजीर छूटी और वह गहरे पानी मे डूबने लगी जिसे बचाने के लिए भाई उज्ज्वल जोर चिल्लाया फिर गंगा में छलांग लगा दी।
दोनों को डूबता देख आयुषी और मानसी ने शोर मचाया। घाट के पास रहने वाले सुनील शुक्ला ने किसी तरह साक्षी को तो बचा लिया लेकिन उज्ज्वल गहरे पानी मे डूब गया। सूचना पाकर बिठूर पुलिस गोताखोरों के साथ और उज्ज्वल को काफी देर तक गोताखोर की मदद से खोजा लेकिन कुछ पता नही चल सका।
साक्षी को बेहोशी की हालत में बिठूर के एक निजी नर्सिंग होम के आईसीयू में भर्ती करवाया गया।जहां थोड़ी देर बाद उसे होश आया हालांकि उसे उज्ज्वल के डूबने की जानकारी नही दी गयी। इकलौते बेटे के गंगा में डूबने की खबर से मां ज्योति पिता राजीव बदहवास हो गयी और रक्षाबंधन से ठीक दो दिन पहले हुई इस घटना से बहन आयुषी दहाड़े मारकर रो उठी।