गाजियाबाद में 17 मंजिला इमारत होगी जमींदोज, ट्विन टावर गिराने वाली कंपनी को मिल सकता है टेंडर

उत्तर प्रदेश के नोएडा में ट्विन टावर की तर्ज पर अब गाजियाबाद में भी एक बहुमंजिला इमारत गिराई जाएगी। आवास विकास परिषद की जांच में पाया गया है कि वसुंधरा योजना में 17 मंजिली मर्लिन सोसायटी का निर्माण करने में तमाम अनियमितताएं बरती गई।

 

गाजियाबाद,  उत्तर प्रदेश के नोएडा में ट्विन टावर की तर्ज पर अब गाजियाबाद में भी एक बहुमंजिला इमारत गिराई जाएगी। आवास विकास परिषद की जांच में पाया गया है कि वसुंधरा योजना में 17 मंजिली मर्लिन सोसायटी का निर्माण करने में तमाम अनियमितताएं बरती गई। इसी कड़ी में अनुमति सिर्फ 114 फ्लैट बनाने की थी, जबकि, बिल्डर ने 257 फ्लैटों का निर्माण कर दिया। इसके बाद एवीपी ने इसे ढहाने का फैसला किया है।

सोसायटी में 100 से अधिक परिवारों का घरट्विन टावर ध्वस्त करने वाली कंपनी को ही इस इमारत को गिराने का टेंडर मिल सकता है। नोएडा स्थित ट्विन टावर को गिराने का जिम्मा एडिफाइस नाम की कंपनी को मिला था। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद की इस सोसायटी में बेसमेंट से लेकर सभी फ्लोर में अवैध निर्माण किया गया है। वर्तमान में यहां 100 से अधिक परिवार रह रहे हैं।

गुरुग्राम में भी इमारत गिराने की तैयारीबता दें कि इससे पहले हरियाणा के गुरुग्राम में सेक्टर 109 स्थित चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी के डी टावर को भी गिराने का आदेश दिया गया है। टावर को गिराने के लिए गुरुग्राम के डीसी ने बिल्डर को आदेश दे दिये हैं। साथ ही ई और एफ टावर भी खाली करने का आदेश दिया गया है। इस इमारत को भी ट्विन टावर गिराने वाली कंपनी ही जमींदोज करेगी।

 

9 सेकेंड में नोएडा का ट्विन टावर ध्वस्तगौरतलब है कि नोएडा के सेक्टर 93A में बने सुपरटेक बिल्डर्स की एपेक्स और सियान टावर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ध्वस्त किया गया था। दोनों टावर यानी एपेक्स और सियान टावर को ध्वस्त करने के लिए 3700 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। वहीं, टावर गिराने से पहले आसपास के इलाके में रह रहे लोगों को खाली करा दिया गया था, क्योंकि इससे अन्य इमारतों के नुकसान का खतरा था। कंपनी ने दोनों टावरों को गिराने के लिए कई महीनों से तैयारी की थी, जिसके बाद दोनों इमारतों को तोड़ने में महज 9 सेकेंड का वक्त लगा था।

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