कासिमाबाद सीएचसी अधीक्षक डा. राजेश कुमार के साथ मारपीट के आरोपित भाजपा के जिला पंचायत सदस्य राजकुमार सिंह झाबर को पुलिस ने सेमउर आवास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। झाबर को गिरफ्तार कर ले जा रही पुलिस को रोकने के लिए समर्थकों ने सड़क जाम करने का प्रयास किया।
गाजीपुर, कासिमाबाद सीएचसी अधीक्षक डा. राजेश कुमार के साथ मारपीट के आरोपित भाजपा के जिला पंचायत सदस्य राजकुमार सिंह झाबर को पुलिस ने सेमउर आवास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। यह मामला पूरी तरह से राजनीतिक रूप ले लिया और झाबर को गिरफ्तार कर ले जा रही पुलिस को रोकने के लिए सैकड़ों समर्थकों ने सड़क जाम करने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने हलका बल प्रयोग करते हुए सभी को खदेड़ दिया। इस प्रदर्शन में एक जनप्रतिनिधि के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे भी लगे।
सलेमपुर गांव की आरती राजभर शुक्रवार की शाम पड़ोसी से मारपीट होने के बाद मेडिकल के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची थी। इसी को लेकर जिला पंचायत सदस्य और डाक्टर में विवाद हुआ था। चिकित्सक डा. राजेश कुमार का आरोप है कि जिला पंचायत सदस्य राजकुमार सिंह झाबर, महुवारी के सिद्धांत सिंह उर्फ राहुल, उपधी गांव के आशीष सिंह व नोनहरा के आरीपुर धरवा गांव निवासी रिंकू सिंह ने पहुंचकर उन्हें मारना-पीटना शुरू कर दिया। आरोप मढ़ा कि जब भाग कर घर में गए तो वहां भी मारे-पीटे और मेडिकल रिपोर्ट फाड़ने के साथ जाति सूचक गालियां दी। चारों के खिलाफ उन्होंने एफआइआर दर्ज कराई। देर रात काफी संख्या में पुलिस ने सेमउर आवास पर दबिश देकर झाबर को गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान पुलिस और स्वजन में काफी विवाद भी हुआ। स्वजन का आरोप है कि एक जनप्रतिनिधि के इशारे पर पुलिस ने जिला पंचायत सदस्य और उनसे मारपीट की। शनिवार को झाबर सिंह की गिरफ्तारी की सूचना मिली तो कोतवाली में समर्थकों की भीड़ लग गई और सभी सड़क जामकर प्रदर्शन करने लगे। पुलिस की गाड़ी रोक ली। पुलिस की सख्ती और भाजपा जिला उपाध्यक्ष अखिलेश राय की अपील के बाद सभी वापस चले गए। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अभिषेक भारती कई थानों की फोर्स के साथ मौजूद रही। प्रभारी कोतवाल मोहम्मद सरवर ने बताया कि जिला पंचायत सदस्य राजकुमार सिंह झाबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। मामले की जांच क्षेत्राधिकारी कर रहे हैं।
सदस्य को घसीटते ले गई पुलिस
जिला पंचायत सदस्य राजकुमार सिंह झाबर के स्वजन व समर्थकों का आरोप है कि पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान घर में जमकर तोड़-फोड़ की। यहां से गिरफ्तारी के बाद पुलिस उन्हें घसीटते हुए ले गई और जमकर मारा-पीटा।
चिकित्सा अधीक्षक पर महिला ने लगाये गंभीर आरोप
सलेमपुर गांव की पीड़ित आरती राजभर ने सीएचसी के अधीक्षक डा. राजेश कुमार पर भी गंभीर आरोप लगाये हैं। बताया कि पड़ोसी के साथ मारपीट हुई थी, तो वह मेडिकल कराने सीएचसी पहुंची थी। इस पर डा. राजेश कुमार ने उसका इलाज नहीं किया। बार-बार निवेदन करने पर पेट में लात मारते हुए भगा दिए। इसी की जानकारी होने पर राजकुमार सिंह झाबर आए और डा. राजेश कुमार से इलाज करने के लिए कहे तो वह भड़क गए। राजकुमार सिंह झाबर को झूठे मुकदमे में फंसा दिया है।
डाक्टर से मारपीट के विरोध में स्वास्थ्य कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया धरना
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. राजेश कुमार के साथ मारपीट से नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर धरना दिया। चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने अधीक्षक के सभी हमलावरों को गिरफ्तार करने और सुरक्षा की मांग की। शुक्रवार को सीएचसी प्रभारी राजेश कुमार से मारपीट की घटना के विरोध में शनिवार को डाक्टर व कर्मचारियों ने कार्य नहीं किया। इस दौरान सीएचसी की इमरजेंसी सेवा को छोड़कर सभी स्वास्थ्य सेवाएंं बाधित रहीं। पूरे क्षेत्र में टीकाकरण का कार्यक्रम भी नहीं हुआ।
सभी ने सीएचसी पर धरना-प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि जब अस्पताल के अधीक्षक असुरक्षित नहीं हैं और उन पर हमला हो रहा है तो हम लोगों की सुरक्षा की क्या गारंटी है? वक्ताओं ने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनर्रावृत्ति नहीं होनी चाहिए। अस्पताल पर ओपीडी आदि सेवा बंद होने से मरीज वापस लौट गए। डा. नरेंद्र कुमार, डा. अजीजुल रहमान, डा. अमीत प्रियदर्शी, डा. अलका यादव, डा. सुरेंद्र चौहान, बीपीएम दिनेश त्रिपाठी, संजू सिंह, प्रिया राय, पूनम, जयमाला सिंह, लालपरी सिंह सहित सभी एएनएम, सीएचओ, आशा कार्यकर्ता व संगीनी मौजूद रहीं। उधर, सीएचसी के अधीक्षक डा. राजेश कुमार ने बताया कि सीएचसी पर कोई धरना-प्रदर्शन नहीं हुआ। सभी स्वास्थ्य सेवाएं चालू थीं।