गोल्ड हॉलमार्किंग नियमों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल को मिला भरपूर समर्थन: जीजेसी

पिछले हफ्ते भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने जौहरियों के संगठनों से हड़ताल वापस लेने का आग्रह किया था जिसमें कहा गया था कि सोने की हॉलमार्किंग का कार्यान्वयन अब तक शानदार रहा है।

 

नई दिल्ली, पीटीआइ। अखिल भारतीय जेम ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल केंद्र के नए गोल्ड हॉलमार्किंग नियमों के विरोध में करीब 350 ज्वैलरी एसोसिएशनों ने देशव्यापी हड़ताल के आह्वान के जवाब में ज्वैलरी की ज्यादातर दुकानें सोमवार को बंद रखने का ऐलान किया है। आभूषण निकाय सरकार की हॉलमार्किंग यूनिक आईडी (HUID) सिस्टम के खिलाफ है। उनका कहना है कि इसका सोने की शुद्धता से कोई लेना-देना नहीं है, यह सिर्फ एक ट्रैकिंग तंत्र है।

ऑल इंडिया जेम ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल (जीजेसी) के निदेशक दिनेश जैन ने कहा कि HUID सिस्टम के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल हुई है। दुकानें एक दिन के लिए बंद हैं। ज्वैलरी सेक्टर के बड़े कॉरपोरेट कभी भी इस तरह की हड़ताल में हिस्सा नहीं लेते। उन्होंने कहा कि सभी चार क्षेत्रों में ज्यादातर व्यक्तिगत और परिवार द्वारा संचालित आभूषण की दुकानें एक दिन के लिए बंद हैं। हालांकि, तमिलनाडु और केरल में ओणम त्योहार के कारण दोपहर 12.30 बजे तक दुकानें बंद रहीं।

जैन ने कहा कि प्रदर्शनकारी ज्वैलर्स गोल्ड हॉलमार्किंग नियमों के खिलाफ जिला कलेक्टरों को ज्ञापन देंगे।

अनिवार्य सोने की हॉलमार्किंग, 16 जून से फेज वाइज तरीके से लागू हो गया है। सरकार ने पहले चरण के कार्यान्वयन के लिए 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 256 जिलों की पहचान की है।

पिछले हफ्ते, भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने जौहरियों के संगठनों से हड़ताल वापस लेने का आग्रह किया था, जिसमें कहा गया था कि सोने की हॉलमार्किंग का कार्यान्वयन अब तक शानदार रहा है। बीआईएस देश में गोल्ड हॉलमार्किंग सिस्टम लागू कर रहा है। विरोध करने वाले जौहरियों के निकायों के अनुसार, सोने की हॉलमार्किंग की पहले की प्रक्रिया नई HUID प्रणाली से बेहतर थी जो ‘व्यापार करने में आसानी’ के सिद्धांत के खिलाफ है।

ज्वैलर्स के निकायों को डर है कि सरकार नए एचयूआईडी सिस्टम के नाम पर अपलोड किए जा रहे डेटा का इस्तेमाल ज्वैलर्स पर कार्रवाई करने के लिए कर सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *