व्यावहारिक दिक्कतों को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के बिजली उपभोक्ताओं की बिलिंग प्रतिमाह के बजाय दो माह में कराने की व्यवस्था हो सकती है। दो माह में एक बार हर एक उपभोक्ता की सही रीडिंग के साथ बिलिंग सुनिश्चित कराने के लिए निजी संस्था के मीटर रीडर के साथ एक विभागीय कर्मी को भी लगाया जाएगा। ताकि सभी रीडिंग दी जा सके।
लखनऊ। व्यावहारिक दिक्कतों को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के बिजली उपभोक्ताओं की बिलिंग प्रतिमाह के बजाय दो माह में कराने की व्यवस्था हो सकती है। दो माह में एक बार हर एक उपभोक्ता की सही रीडिंग के साथ बिलिंग सुनिश्चित कराने के लिए निजी संस्था के मीटर रीडर के साथ एक विभागीय कर्मी को भी लगाया जाएगा। दरअसल, अभी दूर-दूर गांव होने से कई बार रीडर बिना मीटर देखे ही अपने स्तर से मनमानी रीडिंग के बिल बना दे रहे हैं। ऐसे में सही रीडिंग का बिल न मिलने की उपभोक्ताओं की शिकायत रहती है।
दो माह में एक बार लागू की जा सकती है रीडिंग की व्यवस्था
ऐसे में दो माह में एक बार रीडिंग की व्यवस्था को लागू किया जा सकता है। जानकारों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र के हर एक उपभोक्ता को बिलिंग के दायरे सुनिश्चित करने के लिए जीआइएस मैपिंग कराए जाने के साथ ही जल्द से जल्द सभी कनेक्शन में स्मार्ट मीटर लगाए जाने की भी तैयारी है।