श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड और श्रीलंकाई टीम के खिलाड़ियों के बीच करार को लेकर तकरार जारी है। इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि खिलाड़ी घर की किस्त भी समय से नहीं दे पा रहे हैं क्योंकि उनको पैसे नहीं मिले।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। 3 मैचों की एकदिवसीय सीरीज के पहले मैच में एक युवा भारतीय टीम ने श्रीलंका को 80 गेंद शेष रहते सात विकेट से हरा दिया। इस हार से श्रीलंका के पुराने जख्म ताजा हो गए हैं। श्रीलंकाई क्रिकेट हाल के दिनों में कई विवादों में रही है, जिसमें सबसे बड़ा विवाद खिलाड़ियों के अनुबंध का रहा है। कई खिलाड़ियों ने नए अनुबंधों पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं और अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि खिलाड़ियों को होम इंश्योरेंस और ईएमआई यानी किस्त चुकाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
द संडे मॉर्निंग की रिपोर्ट है कि खिलाड़ियों ने श्रीलंका बोर्ड को पत्र लिखकर अनुबंध का सम्मान करने और पुराने बकाया का जल्द से जल्द भुगतान करने को कहा है। पत्र में खिलाड़ियों ने लिखा है, “नए अनुबंध के चलते हमें जनवरी 2021 से किसी भी तरह का भुगतान नहीं किया गया है। खिलाड़ी नए अनुबंध के बारे में स्पष्ट नहीं हैं। इसकी सूचना उन्हें लिखित में दी जानी चाहिए। नए अनुबंध के तहत खिलाड़ियों के वेतन में 30 फीसदी की कटौती की जा रही है।”
एक सूत्र ने कहा कि वार्षिक अनुबंधों की वजह से खिलाड़ियों को बुरी तरह प्रभावित होना पड़ा है। उनके लिए अपने माता-पिता के लिए घर की किस्त और बीमा तक का भुगतान करना मुश्किल है। कुछ ने तो अपनी शादियां भी रोक दी हैं। जूनियर खिलाड़ी खुद को सीनियर खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच लड़ाई में फंसा हुआ पाते हैं। ऐसा लग रहा है कि उनका करियर बिना किसी अनुबंध के खत्म हो जाएगा, क्योंकि उन्हें मौजूदा सीरीज के लिए नहीं चुना गया है।
श्रीलंकाई मीडिया की इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि जूनियर खिलाड़ी इस विवाद से बाहर निकलना चाह रहे हैं और उनका सालाना वेतन भी बढ़ जाएगा। ऐसे में खिलाड़ियों ने बोर्ड को पत्र लिखा है जहां उन्होंने बात मान ली है। खिलाड़ियों ने बोर्ड से 1 जनवरी 2021 से अनुबंध लागू करने का अनुरोध किया है।