जगदीशपुर रक्षकों की मिलीभगत से हरे भरे वृक्षों की कटान चरम सीमा पर है यदि इसी रफ्तार से कटान चलता रहा तो क्षेत्र जल्दी ही रेगिस्तान में तब्दील हो सकता है विकासखंड जगदीशपुर के अंतर्गत हुसैनगंज कपूरी पुर नौडाढ मैं जहां हरे भरे महुआ के पेड़ वन माफियाओं ने काटकर गिरा दिया वही जगदीशपुर रोड रानीगंज वारिसगंज सहित समूचे क्षेत्र में हरे भरे वृक्षों को काटकर वन माफिया हरी पत्ती का विनाश करने में लगे हुए हैं सरकार हरित क्रांति लाने के उद्देश्य से वृक्षा रोपड़ कर आती है तो दूसरी तरफ तेजी से काटे जा रहे हरे भरे वृक्षों से 1 दिन रेगिस्तान बन सकता है वन माफिया निडर होकर दिन-रात वृक्षों पर आरा चला कर लकड़ी लाद कर भेज रहे हैं वृक्षों की सुरक्षा करने में लगे रक्षक मूकदर्शक बने हुए हैं यदि उच्च अधिकारीयों ने इस तरफ गौर न किया तो पर्यावरण संतुलन बिगड़ सर विकराल स्थित बन सकती है यदि मामला और संज्ञान में आया तो जिम्मेदार वन कर्मी मामूली जुर्माने की रसीद थमा कर मामला रफा-दफा कर देते हैं वही वन माफियाओं का कहना है कि कटान के एवज में जिम्मेदारों को खर्च प्रति ट्राली की दर से देना पड़ता है तो डर किस बात का है इस संबंध में जब रेंजर मुसाफिरखाना से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया है जांच के उपरांत कार्रवाई की जाएगी
रिपोर्ट मोहम्मद तारिक