रेडियो फ्री एशिया ने बताया कि चीन के नजरबंदी शिविरों में कोरोना प्रतिबंधों से कई परिवार पहले ही तबाह हो चुके हैं। गुलजा के निवासियों ने बताया कि उनके दरवाजे को बाहर से बंद कर दिए गया है और वे एक सप्ताह से अपने घरों में फंसे हुए हैं।
बीजिंग, कोरोना महामारी के कारण पहले से ही मुश्किल हालातों में जीवन गुजार रहे चीन के उइगरों के लिए फिर परेशानी खड़ी हो गई है। चीनी अधिकारियों ने क्षेत्र में घातक कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए गुलजा शहर में लाकडाउन समेत अन्य कोविड -19 प्रतिबंध लगा दिए हैं।
उत्तरी शिनजियांग के एक शहर गुलजा में रहने वाले लोगों ने कोरोना प्रतिबंधों को लेकरसोशल मीडिया पर अपनी चिंता व्यक्त की है। जिससे उनको और अधिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। रेडियो फ्री एशिया ने बताया कि चीन के नजरबंदी शिविरों में कोरोना प्रतिबंधों से कई परिवार पहले ही तबाह हो चुके हैं।
गुलजा के निवासियों ने यह भी बताया कि उनके दरवाजे बाहर से बंद कर दिए गए हैं और वे कम से कम एक सप्ताह से अपने घरों में फंसे हुए हैं। एक निवासी ने कहा, ‘दरवाजे बंद हैं, सील हैं और हम अपने घरों में कैद है। नौकरी के लिए भी घरों से बाहर नहीं जा पा रहे हैं।
रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच चीनी अधिकारियों द्वारा अचानक लाकडाउन लागू करने से लोगों के लिए बाहर जाना और भोजन की खरीदारी करना भी मुश्किल हो गया है। उइगर समुदाय के एक शख्स ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘3 अक्टूबर से अपने घरों में कैद गुलजा के मेरे लोगों बहादुर बनो।… खासकर वे लोग जो दैनिक आय पर निर्भर हैं। धैर्य रखें, हर चीज में कोई न कोई ज्ञान छुपा होता है।
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक सप्ताह पहले चीन के फुजियान प्रांत ने भी कोरोना के मामलों में तेजी देखनों को मिली ती। 150 से अधिक मामलों सामने आने के बाद अधिकारियों ने कई शहरों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया था।