भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के शीर्ष अधिकारियों व अन्य रक्षा अधिकारियों की एक टीम आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के समक्ष प्रेजेंटेशन देगी जिसमें जम्मू में हुए ड्रोन हमले के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
नई दिल्ली, लद्दाख के तीन दिवसीय दौरे से वापस लौटने के तुरंत बाद ही मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) को रविवार को जम्मू कश्मीर में हुए ड्रोन हमले के बारे में विस्तार से प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के शीर्ष अधिकारियों व अन्य रक्षा अधिकारियों की एक टीम आज रक्षा मंत्री के समक्ष प्रेजेंटेशन देगी। यह जानकारी रक्षा सूत्रों की ओर से न्यूज एजेंसी एएनआइ को दी गई।
रक्षा मंत्री को यह भी जानकारी दी जाएगी कि इन दिनों अचानक जम्मू में ड्रोन दिखने के मामले बढ़ गए हैं। इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Gen Bipin Rawat), आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Gen Manoj Mukund Naravane) व वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) भी मौजूद रहेंगे।
जम्मू एयरफोर्स एयरपोर्ट पर रविवार तड़के हुए ड्रोन हमले मामले में आशंका है कि इस हमले में पाकिस्तान ने आतंकियों की मदद की है। बता दें कि इस हमले में छोटे ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है जिसकी रेंज चार से पांच किलोमीटर से ज्यादा नहीं हाे सकती। एनआइए के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी एयरफोर्स स्टेशन में हुए विस्फोट की जांच कर रही है। अभी तक एयरफोर्स स्टेशन की ओर से ड्रोन हमले बारे कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने ड्रोन हमले से दो बम एयरफोर्स स्टेशन पर गिराए जाने की पुष्टि जरूर की है।
उल्लेखनीय है कि पिछले 72 घंटों में जम्मू क्षेत्र में ड्रोन देखे जाने की तीन घटनाएं सामने आई हैं। इस बीच पुलिस ने प्रदेश में बगैर प्रशासन की अनुमति के ड्रोन रखने वालों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया। मीडिया जगत से जुड़े कुछ फोटाे जनर्लिस्ट और निजी फोटोग्राफार के भी ड्रोन जब्त किए गए हैं। प्रशासन की ओर से सख्त हिदायत दी गई है ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए प्रशासन से अनुमति हासिल करना अनिवार्य है अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।