जान बचाने वाले भगवान क्यों बने हैं हैवान।

मानक विहीन अस्पतालों पर प्रशासन क्यों है मेहरबान प्रशासन द्वारा क्यों नहीं कि गयी कार्यवाही एक – बड़ा सवालशनिवार को एसीएमओ नरेंद्र सिंह व एसडीएम हसनगंज नवीन चंद्र ने हसनगंज में संचालित सिंह फ्रैक्चर हॉस्पिटल व जय अंबे हॉस्पिटल का आकस्मिक निरीक्षण किया था।

 

आवाज –ए– लखनऊ ~ संवाददाता – महेन्द्र कुमार 

हसनगंज ( उन्नाव ) – हसनगंज तहसील मुख्यालय से मात्र 50 मीटर की दूरी पर मानक विहीन अस्पतालों में मौत बाँटी जा रही है। बीते शनिवार को एसीएमओ व एसडीएम हसनगंज द्वारा दो अस्पतालों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण में एसीएमओ ने एसडीएम को अस्पतालों को सीज करने का निर्देश दिया था। लेकिन अभी तक तहसील प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है। जो शक के घेरे में है। आपको बताते चलें बीते शनिवार को एसीएमओ नरेंद्र सिंह व एसडीएम हसनगंज नवीन चंद्र ने हसनगंज में संचालित सिंह फ्रैक्चर हॉस्पिटल व जय अंबे हॉस्पिटल का आकस्मिक निरीक्षण किया था। सिंह फ़्रैक्चर हॉस्पिटल में हुमा खान नाम की यूनानी डॉक्टर के द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा था। जिस पर एसीएमओ नरेंद्र सिंह ने डिग्री मंगा कर कड़ी फटकार लगाते हुए सख्त हिदायत दी थी कि आपके द्वारा यूनानी डिग्री लेकर अंग्रेजी दवाओं से इलाज नहीं किया जा सकता। तत्काल उन्होंने एस डी एम नवीन चन्द्र को जय मां अंबे व सिंह फ्रैक्चर हॉस्पिटल के मरीजो को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शिफ्ट करने के बाद सीज करने का निर्देश दिया था।जिस पर अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है।

सीएमओ सत्य प्रकाश ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। एसीएमओ नरेंद्र सिंह ने बताया की मेरे द्वारा तत्काल अस्पतालों को सीज करने का निर्देश दिया गया था अगर निर्देश का पालन नहीं किया गया है तो अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।

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