राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डा. शैलेंद्र सिंह ढाका ने पंतनगर स्थित कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के हवाले से जानकारी दी कि तराई के जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान 20 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। डा. ढाका के अनुसार दिन में अभी और बारिश हो सकती है। साथ ही रविवार को भी आसमान पर बादल उमड़ने और वर्षा होने की संभावना है।
पीलीभीत : तराई के जिले में मानसून के बादल छा गए हैं। रात में तेज कुछ देर तक तेज वर्षा हुई। इसके बाद सुबह से रुक रुककर बूंदाबांदी हो रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में कुल 20 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। उधर, वनबसा बैराज से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद शारदा नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है। अच्छी बरसात हो जाने से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। शुक्रवार को आधी रात के बाद अचानक तेज बरसात होने लगी। करीब एक घंटे तक तेज वर्षा हुई। इसके बाद बारिश की गति मंद पड़ गई। हालांकि शनिवार को भी सुबह से ही आसमान पर बादल छाए हुए हैं। साथ ही रुक रुककर बूंदाबांदी हो रही है।
राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डा. शैलेंद्र सिंह ढाका ने पंतनगर स्थित कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के हवाले से जानकारी दी कि तराई के जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान 20 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। डा. ढाका के अनुसार दिन में अभी और बारिश हो सकती है। साथ ही रविवार को भी आसमान पर बादल उमड़ने और वर्षा होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि इस बरसात से गन्ना की फसल को काफी लाभ पहुंचा है। साथ ही धान की रोपाई के लिए खेतों में पर्याप्त पानी पहुंच गया है।
उधर, उत्तराखंड के वनबसा बैराज से शारदा नदी में 25 हजार 154 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है। इससे शारदा नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है। फिलहाल नदी का जलस्तर 219 मीटर हो गया है। हालांकि अभी खतरे जैसी स्थिति नहीं है। जलस्तर 221.70 मीटर से अधिक हो जाने पर बाढ़ की स्थिति बनने लगती है। शहर के किनारे बहने वाली देवहा नदी में 188.67 मीटर जलस्तर चल रहा है जोकि खतरे के निशान से काफी नीचे है।