टारगेट का पीछा करते हुए छह छक्के लगाने वाले बल्लेबाज कम ही हैं। ये कमाल आयरलैंड के एक बल्लेबाज ने किया और टारगेट का पीछा करते हुए छह गेंदों पर छह छक्के लगाते हुए अपनी टीम को जीत दिला दी।
नई दिल्ली , कुछ पल ऐसे होते हैं जो क्रिकेट फैंस हमेशा मैदान पर देखने की उम्मीद करते हैं। फैंस की ये इच्छा होती है कि, मैच के दौरान कोई गेंदबाज हैट्रिक ले, तो कोई बल्लेबाज शतक या दोहरा शतक लगाए। कोई एक ओवर में छह छक्के लगा दे तो कोई एक पारी में दस विकेट हासिल करे, लेकिन ये पल बेहद कम आते हैं। हालांकि ये क्रिकेट फैंस को खूब रोमांचित करते हैं। वर्ल्ड क्रिकेट की बात करें तो छह गेंद पर कई बल्लेबाजों ने छह छक्के लगाए हैं, लेकिन टारगेट का पीछा करते हुए छह छक्के लगाने वाले कम ही हैं। ये कमाल आयरलैंड के एक बल्लेबाज ने किया और टारगेट का पीछा करते हुए छह गेंदों पर छह छक्के लगाते हुए अपनी टीम को जीत दिला दी।
दरअसल आयरलैंड में क्लब क्रिकेट के एक मैच के दौरान जॉन ग्लास नाम के बल्लेबाज ने टारगेट का पीछा करते हुए छह गेंदों पर छह छक्के लगाने का कमाल किया। ये मुकाबला नॉर्दन आयरिश क्लब क्रेगाघ और बैलीमेना के बीच खेला जा रहा था। आखिरी ओवर में बैलीमेना को जीत के लिए 35 रनों की जरूरत थी और ऐसा लग रहा था कि, ये टीम मुकाबला गंवा देगी, लेकिन ग्लास ने अपनी तूफानी बल्लेबाज से टीम को जीत दिला दी। छह गेंदों पर 35 रन बनाना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होता, लेकिन ग्लास ने ये कर दिखाया।
ग्लास अपनी टीम के उप-कप्तान थे और जब उनकी टीम को जीत के लिए 6 गेंदों पर 35 रन बनाने थे तब वो 51 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने लगातार छह छक्के लगाते हुए नाबाद 87 रन की पारी खेली और उनकी टीम को एतिहासिल जीत मिली। उन्हें उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया। उनकी इस पारी की बदौलत बैलीमेना ने लगान वैली स्टील्स 2021 का खिताब अपने नाम कर लिया। छह गेंदों पर छह छक्के लगाने का कमाल युवराज सिंह, हर्शल गिब्स, किरोन पोलार्ड, थिसारा परेरा और रवि शास्त्री जैसे खिलाड़ी कर चुके हैं।