जूलियन असांजे ने प्रत्यर्पण के विरुद्ध यूरोपीय कोर्ट में की अपील, जासूसी के आरोप में हुए थे गिरफ्तार

ब्रिटेन से अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के विरुद्ध विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय (ईसीएचआर) में अपील दायर की है। जासूसी का आरोप विकिलीक्स पर गोपनीय अमेरिकी सैन्य अभिलेख जारी होने से संबंधित है। यूरोपीय कोर्ट ने शुक्रवार को आवेदन मिलने की पुष्टि की है।

 

लंदन, एजेंसी। ब्रिटेन से अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के विरुद्ध विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय में अपील दायर की है। समाचार एजेंसी रॅायटर्स के मुताबिक, 51 वर्षीय असांजे अमेरिका में जासूसी समेत 18 आरोपों में वांछित हैं। जासूसी का आरोप विकिलीक्स पर गोपनीय अमेरिकी सैन्य अभिलेख जारी होने से संबंधित है। यूरोपीय कोर्ट ने शुक्रवार को आवेदन मिलने की पुष्टि की। ब्रिटेन ने असांजे के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है, लेकिन उन्होंने लंदन के हाई कोर्ट में अपील की है।

जूलियन असांजे की पत्नी ने कहा- उम्मीद है कि ब्रिटेन में मामला सुलझ जाएगाहाई कोर्ट में अगले वर्ष के प्रारंभ में सुनवाई हो सकती है। उनकी कानूनी टीम ने भी ईसीएचआर में ब्रिटेन के विरुद्ध मामला दाखिल कराया है। ईसीएचआर प्रत्यर्पण पर रोक लगाने का आदेश दे सकता है। विकिलीक्स संस्थापक की पत्नी स्टेला असांजे ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ईसीएचआर को मामले पर विचार करने की अवश्यकता नहीं होगी और ब्रिटेन में ही इसका समाधान हो जाएगा। यदि मामले को ईसीएचआर में ले जाना पड़ा तो यह दुखद होगा और हताश करने वाला होगा। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के जूलियन असांजे ने 2012 से लंदन में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ले रखी थी।

हैकिंग करने में हैं वो माहिर उनका जन्म ऑस्ट्रेलिया के टाउनविले में 3 जुलाई, 1971 को हुआ था। अपने बचपन और जवानी के दिनों में उन्होंने कुल मिलाकर 37 स्कूल अटेंड किए। 1990 के दौरान वह एक कंप्यूटर प्रोग्रामर और सॉफ्टवेयर डिवेलपर बन गए थे। दिलचस्प बात है कि वो हैकिंग में भी वह माहिर हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न से फिजिक्स और मैथ्स में डिग्री हासिल की थी।

बता दें कि साल 2010 में विकिलीक्स ने बड़ी संख्या में सेना से जुड़े अमेरिकी गोपनीय दस्तावेजों को पब्लिश किया था। असांजे ने अफगानिस्तान और इराक युद्ध से जुड़े दस्तावेजों को भी सार्वजनिक कर दिया था। इसके बाद अमेरिका में असांजे को बहिष्कृत कर दिया गया।

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