यूपी के बदायूं से एक बार फिर वर्दी से भरोसा उठ जाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक किशोरी ने खुद के साथ हुए छेड़छाड़ की शिकायत करने के लिए थाने में शिकायत पत्र जमा कराया जिसे लेकर थानेदारों ने उसके सौदेबाजी शुरू कर दी।
बदायूं : छेड़छाड़ के मामले में पीड़ित किशोरी का परिवार चक्कर लगाता रहा मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। कार्रवाई करना तो दूर की बात है दो सिपाहियों ने आरोपित से साठगांठ शुरू कर दी। उसे बचने का रास्ता बताते हुए 10 हजार रुपये मांगे। बाद में आठ हजार रुपये में सौदा तय होने पर सलाह दी कि दो महीने के लिए गांव से चले जाओ, ताकि प्रकरण ठंडा हो सके।
आरोपित ने पूरी बातचीत फोन में रिकार्ड कर ली, जोकि रविवार को इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुआ। उसहैत थाना प्रभारी पीड़ित का शिकायती पत्र मिलने से इन्कार कर रहे हैं मगर, आडियो की जांच शुरू कर दी है। एक गांव में रहने वाली किशोरी से छेड़छाड़ हुई थी। तीन दिन पहले उसके स्वजन की शिकायत पर डायल 112 की टीम पहुंची, जहां खूब हंगामा हुआ।
पीड़ित परिवार का कहना है कि शिकायती पत्र देने थाने गए तो हल्का के दो सिपाहियों ने रोक लिया। प्रार्थना पत्र लेकर जांच की बात कही। कुछ देर बाद दोनों सिपाही आरोपित के पास पहुंच गए। उसे डराया कि शिकायती पत्र मिला, जेल जाना पड़ेगा। इसके बाद साठगांठ कर मामला निपटाने की तैयारी होने लगी। उसी समय आरोपित ने जेब में रखे मोबाइल फोन से रिकार्डिंग शुरू कर दी। आडियो के अनुसार, सिपाहियों ने 10 हजार रुपये मांगे, जिस पर आरोपित ने कहा कि पांच हजार का इंतजाम ही हो सकेगा। सिपाही अड़े रहे, कहा कि छेड़छाड़, पाक्सो एक्ट के साथ एससी-एसटी एक्ट भी लगेगा। जिंदगी भर जेल में रहोगे, मुकदमा लड़ते-लड़ते घर के बर्तन तक बिक जाएंगे।
बाद में सिपाही कहने लगे कि एक-दो हजार रुपये की बात हो तो कम कर लो। इसके बाद आरोपित ने पांच हजार रुपये दिए, बाकी बाद में देने को कहा। रुपये लेने के बाद सिपाहियों ने कहा कि एक-दो महीने के लिए गांव छोड़ देना, बाकी मामला हम निपटा देंगे। पूरी बातचीत चार आडियो में रिकार्ड है। दैनिक जागरण आडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इस संबंध में उसहैत थाना प्रभारी निरीक्षक वीरपाल सिंह ने कहा कि आडियो की जांच की जा रही है। उसे जिन सिपाहियों की आवाज बताई जा रही, वे थाने में ही तैनात हैं। इसके अलावा पीड़ित ने थाने में शिकायती पत्र नहीं दिया। संभव है कि सिपाहियों के पास ही शिकायत आई हो। पीड़िता को न्याय मिलेगा, आरोपित पर कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार लगातार थाने-चौकी के चक्कर काट रहा, लेकिन अभी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई।
वहीं पुलिस अधीक्षक (शहर) अमित किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि उसहैत थाने में तैनात सिपाही अभिषेक गोयल और मनोज कुमार ने कथित तौर पर छेड़छाड़ के एक मामले को निपटाने के लिए 10,000 रुपये की मांग की, जिसका ऑडियो क्लिप वायरल हो गया है। उन्होंने कहा कि उझानी क्षेत्राधिकारी द्वारा जांच के बाद प्रथम दृष्टया उन्हें दोषी पाए जाने के बाद सोमवार को उन्हें निलंबित कर दिया गया। श्रीवास्तव ने कहा कि उनके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं।
वहीं मामला गर्माने के बाद बदायूं के सोशल मीडिया सैल की ओर से भी कहा गया कि, थाना उसहैत के सिपाहियों की सोशल मीडिया पर आडियों वायरल होने के सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी उझानी द्वारा की गयी जांच में प्रथम दृष्टया संलिप्त पाये जाने पर दोनों सिपाहियों को निलम्बित कर विभागीय जाँच के आदेश दिये गये हैं।