इस बात पर अपर मुख्य सचिव “गृह” अवनीश अवस्थी जी को तत्काल प्रभाव से विचार करना चाहिए। जिन इंस्पेक्टरों के विरुद्ध विभागीय जांच लम्बित न हो उनको तत्काल डिप्टी एसपी हो जाना चाहिए। जो इंस्पेक्टर बेहतरीन कार्य करने के विषय में डिप्टी एसपी बनाये गये
राजधानी लखनऊ ; अनिल मेहता” कुछ पुलिस इंस्पेक्टऱों को पदोन्नति दे कर उ०प्र० में डिप्टी एसपी बनाया गया है। जो भी इंस्पेक्टर डिप्टी एसपी बने उनको बधाई। कुछ इंस्पेक्टर डिप्टी एसपी नहीं बन पाये, हो सकता है उनके विरुद्ध कोई विभागीय जांच लम्बित हो । परन्तु उ०प्र० के अपर मुख्य सचिव गृह विभाग अवनीश अवस्थी को 1989 से लेकर 1996-1998 बैच तक के वरिष्ठ जांबाज इंस्पेक्टर जिनके विरुद्ध कोई विभागीय जांच लम्बित न हो उनके विषय में अवश्य विचार करना चाहिए। क्यों कि सभी जांबाज वरिष्ठ इंस्पेक्टर जो इसके हकदार हैं
उन्हें डिप्टी एसपी न बनाया जाना उनमें असंतोष पैदा कर सकता है। तमाम वरिष्ठ इंस्पेक्टर जो रिटायरमेंट के करीब हैं, उनमें असंतोष पनपना स्वाभाविक है। इस बात पर अपर मुख्य सचिव “गृह” अवनीश अवस्थी जी को तत्काल प्रभाव से विचार करना चाहिए। जिन इंस्पेक्टरों के विरुद्ध विभागीय जांच लम्बित न हो उनको तत्काल डिप्टी एसपी हो जाना चाहिए। जो इंस्पेक्टर बेहतरीन कार्य करने के विषय में डिप्टी एसपी बनाये गये उनको पुनः: बधाई। परन्तु अपर मुख्य सचिव “गृह” को वरिष्ठ जांबाज इंस्पेक्टरों तथा रिटायरमेंट के करीब इंस्पेक्टरों के विषय में भी सोचना होगा।