विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को कहा कि ओमिक्रोन कोरोना वायरस संस्करण 89 देशों में फैल चुका है और सामुदायिक प्रसारण वाले क्षेत्रों में इसके मामलों की संख्या 1.5 से 3 दिनों में दोगुनी हो रही है।
जिनेवा, रायटर। दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर रोजाना नए-नए अध्ययन सामने आ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कोरोना वायरस का ओमिक्रोन वैरिएंट डेल्टा स्ट्रेन की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है। डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को कहा कि ओमिक्रोन कोरोना वायरस संस्करण 89 देशों में फैल चुका है और सामुदायिक प्रसारण वाले क्षेत्रों में इसके मामलों की संख्या 1.5 से 3 दिनों में दोगुनी हो रही है।
डब्ल्यूएचओ ने एक अपडेट में कहा है कि ओमिक्रोन उच्च स्तर की जनसंख्या प्रतिरक्षा वाले देशों में तेजी से फैल रहा है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह वायरस की प्रतिरक्षा से बचने की क्षमता के कारण हो रहा है। एजेंसी ने पहली बार सामने आने के तुरंत बाद 26 नवंबर को ओमिक्रोन को वेरिएंट आफ कंसर्न घोषित कर दिया। ओमिक्रोन बारे में अभी भी ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है, जिसमें बीमारी की गंभीरता भी शामिल है।
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि ओमिक्रोन की नैदानिक गंभीरता पर अभी भी सीमित आंकड़े हैं। इसकी गंभीरता को समझने के लिए अभी और अधिक डेटा की आवश्यकता है। डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि मामले इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि कुछ जगहों पर अस्पतालों पर दबाव बढ़ सकता है। यूके और दक्षिण अफ्रीका में अस्पतालों में मरीजो की वृद्धि जारी है।
डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रोन को फैलने से रोकने के लिए जन स्वास्थ्य सुविधाओं एवं सामाजिक उपाय तत्काल बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि देश ठोस स्वास्थ्य एवं सामाजिक उपायों से ओमिक्रोन को फैलने से रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान सबसे अधिक जोखिम वाले लोगों की सुरक्षा पर केंद्रित रहना चाहिए।