बुधवार रात जब वह अपनी ढाई वर्षीय बेटी के साथ सो रहा था, तभी एक अज्ञात विकलांग व्यक्ति ने उसे जगाया और बताया कि उसकी बच्ची सड़क किनारे पड़ी हुई है।
लखनऊ। आलमबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे मां-बाप के पास सो रही ढाई वर्षीया बच्ची को दरिंदों ने अगवा कर लिया और दुष्कर्म किया इसके बाद बच्ची को सड़क किनारे फेंक दिया गया, जहां एक दिव्यांग की नजर उस पर पड़ी उसने बच्ची के मां-बाप को जगाया, जो घटना स्थल से महज 50 मीटर दूर सो रहे थे। बच्ची को तुरंत लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां से पुलिस को सूचना दी गई पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) मध्य आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्नाव निवासी पिता ने बताया कि वह कबाड़ का काम करता है और गर्भवती पत्नी, बेटी और ससुर के साथ रहता है। बीते कुछ दिनों से वह काम के बाद आलमबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे सोने लगा था। बुधवार रात जब वह अपनी ढाई वर्षीय बेटी के साथ सो रहा था,

तभी एक अज्ञात विकलांग व्यक्ति ने उसे जगाया और बताया कि उसकी बच्ची सड़क किनारे पड़ी हुई है। यह सुनते ही वह और उसकी पत्नी भागकर मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी बेटी को खून से लथपथ पाया उन्होंने तुरंत अपनी बेटी को उठाया और खून रोकने के लिए कुछ उपाय किया बावजूद इसके खून नहीं बंद हुआ तो उसे लोकबंधु अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने बताया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है और उसकी हालत गंभीर है।डाक्टरों ने बच्ची को केजीएमयू रेफर कर दिया, जहां उसका इलाज चल रहा है। डीसीपी ने बताया कि आरोपितों को पकड़ने के लिए पांच टीमों को गठन किया गया दो टीमें लगातार सीसी कैमरे खंगाल रही है, उधर, डाक्टर ने कहा कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में मल्टीपल इंजरी मिली है, जिसके चलते तत्काल सर्जरी की जरूरत थी। इसी के चलते केजीएमयू ट्रामा सेंटर में पहुंचने के बाद उसे पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में भेजा गया वहां, डां जेडी रावत की निगरानी में बच्ची का इलाज चल रहा है।