China-Taiwan Tension ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। अमेरिका की चेतावनी के बाद चीन ने भी आग से न खेलने की नसीहत दी है। इस बीच चीनी लड़ाकू विमान लगातार ताइवानी वायु सीमा में घुसपैठ कर रहे हैं।
ताइपे, रायटर। China-Taiwan Tension, एशिया के दो देशों चीन और ताइवान के बीच युद्ध की संभावनाओं के बीच ताइवान ने कहा है कि वह चीन के साथ युद्ध शुरू नहीं करना चाहता है लेकिन वह हमला होने पर अपना बचाव करेगा। ताइवान चीन के साथ युद्ध शुरू नहीं करेगा लेकिन पूरी तरह से अपना बचाव करेगा। रक्षा मंत्री चीउ कुओ-चेंग ने गुरुवार को ये बात कही। ताइवान-चीन के बीच तनाव में वृद्धि हो रही है जिस पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता जताई गई है। ताइवान ने बार-बार कहा है कि अगर हमला किया गया तो वह अपना बचाव करेगा लेकिन वह जल्दबाजी में खुद आगे नहीं बढ़ेगा। वह चीन के साथ यथास्थिति बनाए रखना चाहता है।
लगातार ताइवान में घुस रहे चीनी लड़ाकू विमान
पिछले 1 अक्टूबर यानी चीन के राष्ट्रीय दिवस के दिन चीनी वायु सेना के 25 लड़ाकू विमान, बॉम्बर्स और दूसरे एयरक्राफ्ट्स ने ताइवानी वायु सीमा का उल्लंघन किया था। हद तो तब हो गई जब कुछ पहले चीन के 56 विमानों के एक साथ ताइवानी सीमा में प्रवेश किया। यह ताइवान में चीनी लड़ाकू विमानों की सबसे बड़ी घुसपैठ थी। इस दौरान ताइवानी वायु सेना के विमानों की चीन के लड़ाकू विमानों से आमना-सामना भी हुआ।
अमेरिका ने भी ताइवान पर चीन को चेतावनी दी
ताइवान के मुद्दे पर अमेरिका भी चुप नहीं बैठा और उसने चीन को साफ-साफ चेतावनी दी है। अमेरिका ने कहा कि चीन की उत्तेजक सैन्य गतिविधि ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता” को कमजोर कर दिया है। इसके बावजूद चीन ने अपनी हरकतें जारी रखीं। चीन ने भी अमेरिका को ताइवान को कोई भी सैन्य हथियार बेचने और ट्रेनिंग देने से बचने को कहा है। इसके पहले भी चीन कई बार अमेरिका को आग से न खेलने की चेतावनी दे चुका है।
जैसे-जैसे चीन और ताइवान में टकराव तेज हो रहा है, वैसे-वैसे इलाके की शांति और स्थिरता को खतरा भी बढ़ रहा है। ताइवान के चारों ओर शक्ति संतुलन भी तेजी से बदल रहा है। इससे दशकों से चले आ रहे गतिरोध का भविष्य और खतनाक दिखाई देने लगा है।