दुनियाभर के कई देशों के साथ दुश्मनी पालता जा रहे चीन को अपनी ताकत पर कुछ ज्यादा ही घमंड हो गया है, यही वजह है कि वह बार-बार ताइवान में अपना शक्ति प्रदर्शन करता रहता है। बार-बार ताइवान को धमकाने वाले चीन ने ताइवान के आस-पास अपनी सैन्य गतिविधि बढ़ा दी है। ताइवान में अमेरिकी प्रशिक्षित रक्षा मंत्री नियुक्त किए जाने से बौखलाए चीन ने अपनी खीच उतारी है। शुक्रवार को 8 चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान के एयर स्पेस में घुसने की हिमाकत की।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चार चीनी जे -16 और चार जेएच -7, साथ ही एक इलेक्ट्रॉनिक युद्धक विमान, दक्षिण चीन सागर के ऊपरी हिस्से में ताइवान-नियंत्रित प्रतास द्वीपों के पास, अपनी हवा के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में उड़ते दिखाई पड़े।
मंत्रालय ने बताया कि घुसपैठ की जानकारी होते ही ताइवान की वायु सेना ने उनका पीछा किया और रेडियो पर चेतावनी जारी की। इसके बाद ताइवान ने इलाके में निगरानी के लिए एयर डिफेंस सिस्टम तैनात कर दिया। हाल के महीनों में चीन ने ताइवान के आस-पास अपनी सैन्य गतिविधि बढ़ा दी है। लोकतांत्रित ताइवान पर चीन अपना दावा जताता है। चीन का कहना है कि ताइवान उसका क्षेत्र है और एक दिन उसे मुख्य भूमि के साथ मिला लिया जाएगा।
बता दें कि , ताइवान ने कुछ दिन पहले ही अपने रक्षा विभाग में बड़ा फेरबदल किया है। ताइवान ने सेना के आधुनिकीकरण और खुफिया तंत्र को मजबूत करने के लिए अमेरिका में प्रशिक्षित रक्षा मंत्री की नियुक्ति की है।
ड्रैगन ने पहले भी की ताइवान में घुसने की कोशिश
इससे पहले भी बीते 7 फरवरी को ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया था कि एक चीनी Y-8 टोही विमान ने ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र के दक्षिणी-पश्चिमी खंड में प्रवेश किया है। फोकस ताइवान ने सूचना दी कि चीनी विमान ने ताइवान और डोंग्शा द्वीप समूह के बीच हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया, जो दक्षिण चीन सागर में ताइवान द्वारा नियंत्रित है। मंत्रालय ने कहा कि ताइवान सेना ने तब तक चीनी फाइटर जेट का अपने फाइटर जेट से पीछा किया, जब तक वह सीमा से छोड़ भाग नहीं खड़े हुए। इस दौरान वह रेडियो पर लगातार वार्निंग देते रहे और एयर डिफेंस को मोबलाइज करते रहे।