हनुमान जन्मोत्सव पर मंदिरों में भक्तों की कतारें लगी हैं। मंदिरों को फूलोंं व झालरों से सजाया गया है। सुबह श्रीहनुमान जी का अभिषेक किया गया। बंदन लगाया गया चोला पहनाया गया। आरती हुई और प्रसाद का वितरण किया गया।
सीतापुर, हनुमान जन्मोत्सव जिले भर में पूरे श्रद्धा भक्ति से मनाया जा रहा है। जिले के सभी हनुमान मंदिरों में भक्तों की कतारें सुबह से ही लग गई हैं। भक्तों ने मंदिरों में पहुंचकर श्री हनुमान जी का पूजन किया और उन्हें भोग लगाया।
हनुमान जयंती के मौके पर शहर के बड़ा हनुमान मंदिर, घंटाघर स्थित छाेटा हनुमान मंदिर, चांदी वाले हनुमान मंदिर, बाला जी हनुमान मंदिरों को फूलोंं व झालरों से सजाया गया है। सुबह श्रीहनुमान जी का अभिषेक किया गया। बंदन लगाया गया, चोला पहनाया गया। आरती हुई और प्रसाद का वितरण किया गया। भक्तों ने भगवान हनुमान को खुश करने के लिए माेतीचूर, बेसन आदि के लड्डुओं का भोग लगाया।
नैमिषारण्य: प्राचीन हनुमानगढ़ी में महंत पवनदास ने श्री हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना की। यहां दूर दराज से हजारों श्रद्धालुओं ने पहुंच कर भगवान हनुमान का दर्शन पूजन कर मंगलमूरति से मंगलमय जीवन की कामना की। बिसवां में प्रसिद्ध बड़ा हनुमान मंदिर में सुबह से ही चहल पहल थी। भक्तों ने हनुमान जी का दर्शन पूजन किया।
नाचते गाते निकले हनुमानभक्त
हरगांव: प्राचीन सूर्यकुंड़ स्थित भगवान गौरी शंकर मंदिर में श्री हनुमान के पूजन अर्चन के उपरांत पद यात्रा का शुभारंभ हुआ। पदयात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। यह लोग ढोल, नगाड़े व डीजे पर भजन कीर्तन करते झूमते गाते निकले। यात्रा लखीमपुर स्थित गुलरीपुरवा हनुमान मंदिर पर संपन्न हाेगी। यहां भगवान हनुमान का पूजन अर्चन किया जाएगा। उसके बाद भक्तगण प्रसाद प्राप्त करेंगे।
जगह जगह हुआ भंडारा : हनुमान भक्तों ने जगह जगह भंडारे का आयोजन कराया। शहर के कोतवाली चौराहा, चुंगी चौराहा, पुलिस लाइन, नैपालापुर, सिविल लाइन चौराहों पर भंडारा हो रहा था। कहीं शरबत तो कहीं हलवा, कुछ स्थानों पर पूड़ी सब्जी, छोला चावल आदि का वितरण किया जा रहा था।