आज केंद्र सरकार ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 200 रुपये की कटौती की है। सरकार ने देश की महिलाओं को रक्षाबंधन के त्यौहार से पहले ये लाभ दिया है। इसके साथ ही सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले एलपीजी सिलेंडर में भी 200 रुपये की छूट दी है। इससे पहले तेल कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपये की कटौती की थी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: बढ़ती महंगाई से राहत देते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने जनता को राहत देते हुए घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 200 रुपये की कटौती की है। केंद्र सरकार ने रक्षाबंधन के त्योहार से पहले देश की सभी महिलाओं को यह खास तोहफा दिया है। इसके अलावा सरकार ने 200 रुपये की अतिरिक्त छूट उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों को भी दी है।
आपको बता दें कि उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले सभी लाभार्थियों को सरकार की ओर से 200 रुपये की छूट पहले से दी जा रही थी जो अब बढ़कर 400 रुपये हो गई है।
क्या होगी नई कीमत?
नई दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत फिलहाल 1,103 रुपये है जो कल यानी बुधवार से कम होकर 903 रुपये हो जाएगी। वहीं मुंबई में फिलहाल एलपीजी की कीमत 1,102 रुपये है जो कल घटकर 902 रुपये हो जाएगी।
400 रुपये सस्ता हुआ उज्ज्वला वाला सिलेंडर
आपको बता दें कि उज्ज्वला लाभार्थियों के लिए, प्रति सिलेंडर 200 रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी देने का भी एलान किया गया है जिसके बाद अब उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले सिलेंडर की कीमत 703 रुपये हो जाएगी। सरकार के इस निर्णय की घोषणा करते हुए, सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य परिवारों को राहत प्रदान करना है।
कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतें भी हुई थी कम
इससे पहले 1 अगस्त को देश की तेल कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों को 100 रुपये कम किया था। हालांकि, उस वक्त घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला था।
75 लाख अतिरिक्त उज्ज्वला कनेक्शन देगी सरकार
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया की सरकार अतिरिक्त 75 लाख उज्ज्वला कनेक्शन प्रदान करेगी, जिससे कुल पीएमयूवाई (PMUY) लाभार्थियों की संख्या 10.35 करोड़ हो जाएगी।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई एक सरकारी योजना है। इस योजना में मूल रूप से गरीबी रेखा से नीचे की महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देना है।
इस योजना की शुरुआत में 50 मिलियन एलपीजी कनेक्शन के वितरण की परिकल्पना की गई थी। बाद में, इसका लक्ष्य मार्च 2020 तक आठ करोड़ महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना था। हालांकि, यह लक्ष्य सात महीने पहले, सितंबर 2019 में हासिल किया गया था। इस योजना का गरीब महिलाओं को चूल्हे के धुओं से मुक्ती प्रदान करना भी है।