सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि सरकार यह सुनिश्चित करने में लगी है कि हिंसा और लूट की घटनाएं और नहीं बढ़ें। सरकार के मंत्री सेले ने कहा कि कोई कितना भी नाखुश हो या उसके निजी हालात कैसे भी हों इससे उसे लूटपाट करने का हक नहीं मिल जाता।
जोहानिसबर्ग, रायटर। गरीबी और असमानता पर लोगों के गुस्से के चलते दक्षिण अफ्रीका में कई इलाकों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई है। प्रदर्शनकारियों और लुटेरों ने मंगलवार को एक शापिंग मॉल को लूटपाट कर उसमें जमकर तोड़फोड़ की।
सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि सरकार यह सुनिश्चित करने में लगी है कि हिंसा और लूट की घटनाएं और नहीं बढ़ें। सरकार के मंत्री भेकी सेले ने कहा कि कोई कितना भी नाखुश हो या उसके निजी हालात कैसे भी हों, इससे उसे लूटपाट करने का हक नहीं मिल जाता है।
उल्लेखनीय है कि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को सरकारी भ्रष्टाचार से जुड़े अदालत की अवमानना मामले में जेल भेजा गया है। उन्हें जेल भेजे जाने के बाद ही इसके विरोध में हिंसा भड़क गई है। लोगों में कोविड-19 के चलते लगाए गए प्रतिबंधों को भी लेकर नाराजगी है क्योंकि इससे उन्हें भारी आर्थिक हानि का भी सामना करना पड़ रहा है।
समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार राज्य और प्रांतीय अधिकारियों के अनुसार इन हिंसक प्रदर्शन के दौरान 30 लोग मारे गए हैं, गौतेंग में चार और क्वाज़ुलु-नताल में 26 लोग मारे गए हैं। हालांकि, मंत्री सेले ने आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या 10 बताई है।
हिंसा में काबू पाने के लिए पुलिस ने चलाईं रबर की गोलियां
हिंसक प्रदर्शन को लेकर लोग दुकानें, पेट्रोल पंप और सरकारी इमारतें बंद करने को मजबूर हैं। लुटेरों ने बीयर और खाद्य पदार्थों से लेकर घरेलू उपकरणों तक का सामान तक लूट लिए। वीडियो फुटेज में देखा गयए कि एक शॉपिंग मॉल को पूरी तरह से लूट लिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और पुलिस ने रबर की गोलियों से जवाब दिया।
मंत्री सेले ने कहा कि हिंसक प्रदर्शन को लेकर अब तक 757 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार इसे और फैलने से रोकने के लिए कार्रवाई करेगी और चेतावनी दी कि लोगों को ‘हमारे लोकतांत्रिक राज्य का मजाक बनाने’ की अनुमति नहीं दी जाएगी।
रक्षा मंत्री नोसिविवे मापिसा-नककुला ने संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अभी तक आपातकाल की स्थिति लागू की जानी चाहिए।