दस डेमोक्रेटिक सांसदों ने बाइडन से की भारत से रोक हटाने की मांग, जानें क्या है मामला,

प्रभावशाली सांसद बर्नी सैंडर्स की अगुआई वाले सांसदों के इस दल ने राष्ट्रपति बाइडन से बौद्धिक संपदा से संबंधित वे रुकावटें हटाने का अनुरोध किया है जो भारत और दक्षिण अफ्रीका के वैक्सीन निर्माण की राह में रोड़ा बनी हुई हैं।

वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका में सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी के दस सांसदों ने राष्ट्रपति जो बाइडन से अनुरोध किया है कि वह कोविड-19 से बचाव की वैक्सीन उत्पादन में भारत और दक्षिण अफ्रीका का समर्थन करें। दोनों देशों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूटीओ) के समक्ष इस आशय का प्रस्ताव रखा है। उल्लेखनीय है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश है, जो हर तरह की वैक्सीन बनाता है।

कोविड से बचाव की वैक्सीन के उत्पादन का मामला

प्रभावशाली सांसद बर्नी सैंडर्स की अगुआई वाले सांसदों के इस दल ने राष्ट्रपति बाइडन से बौद्धिक संपदा से संबंधित वे रुकावटें हटाने का अनुरोध किया है, जो भारत और दक्षिण अफ्रीका के वैक्सीन निर्माण की राह में रोड़ा बनी हुई हैं। भारत के प्रयास से दुनिया में कोरोना वायरस को नियंत्रित करने में बड़ी मदद मिलेगी। अमेरिका में खोजी गई किसी दवा या अन्य किसी उत्पाद के विदेश में निर्माण को वहां का द ट्रेड रिलेटेड आस्पेक्ट्स ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (टीआरआइपीएस) रोकता है। कुछ मामलों में अक्टूबर 2020 में भारत को छूट दी गई थी लेकिन बाद में वह वापस ले ली गई थी।

रिपब्लिकन पार्टी के 18 सांसदों के दल ने रोक को बरकरार रखने की गुजारिश की

डेमोक्रेटिक सांसदों के उलट रिपब्लिकन पार्टी के 18 सांसदों के दल ने राष्ट्रपति बाइडन से इस रोक को बरकरार रखने की गुजारिश की है। कहा है कि अगर बौद्धिक संपदा का मनमाना उपयोग हुआ तो अमेरिका को बहुत नुकसान होगा और शोध-अनुसंधान के कार्य से कंपनियां हिचकने लगेंगी। बाइडन प्रशासन ने कोविड वैक्सीन के मद्देनजर अभी तक इस रोक को बरकरार रखने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है।

वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने को अमेरिका से कच्चे माल पर प्रतिबंध हटाने की मांग

भारत सरकार की तरफ से देश में वैक्सीन उत्पादन तेज करने के सभी उपायों के बावजूद कच्चे माल की कमी एक बड़ी अड़चन बनी हुई है। देश की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को संदेश भेजा है कि वह कच्चे माल के निर्यात पर लगी रोक हटाएं। उधर, सूचना है कि भारत सरकार भी इस बारे में अमेरिका और ब्रिटेन के संपर्क में है। जल्द ही सकारात्मक सूचना मिलने की उम्मीद है।

पूनावाला ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘आदरणीय राष्ट्रपति, अगर हम सच में इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में साथ हैं, तो अमेरिका के बाहर स्थित वैक्सीन निर्माताओं की तरफ से मैं आपसे यह नम्र निवेदन करता हूं कि कच्चे माल के निर्यात पर लगी रोक हटाइये ताकि वैक्सीन निर्माण को तेज किया जा सके। आपकी सरकार के पास सारी जानकारी उपलब्ध है।’

पूनावाला ने पहली बार यह मुद्दा नहीं उठाया है। इसके पहले भी वह भारत सरकार से कह चुके हैं कि अमेरिका और ब्रिटेन की तरफ से कच्चे माल की आपूर्ति नहीं हो रही है। ये दोनों देश अपनी कंपनियों को आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं।

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