इस बार भी सपा ने लखनऊ जिले की सभी 25 जिला पंचायत वार्डों में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। वार्ड नंबर 23 से तीन बार की जिला पंचायत सदस्य पुष्पा रावत को चुनाव मैदान में उतारा था। यहां से ओम प्रकाश और गंगादीन ने पुष्पा का खेल बिगाड़ दिया।
लखनऊ, जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में समाजवादी पार्टी ने लखनऊ में दस्तक दी है। उसकी तीन महिला प्रत्याशियों ने शानदार प्रदर्शन किया। जिनमें जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदार सरोजनीनगर के वार्ड नंबर 15 से चुनाव लड़ रहीं दो बार की पूर्व सांसद रीना चौधरी को सपा की पलक रावत ने हराया, जबकि मौजूदा सांसद कौशल किशोर की बहू सरिता को सपा समॢथत राम प्यारी रावत ने करारी शिकस्त दी। वहीं पिछली बार ब्लाक प्रमुख रहीं मोहनलालगंज के विधायक अंबरीष पु इस बार भी सपा ने लखनऊ जिले की सभी 25 जिला पंचायत वार्डों में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे।
वार्ड नंबर 23 से तीन बार की जिला पंचायत सदस्य पुष्पा रावत को चुनाव मैदान में उतारा था। यहां से सपा कार्यकर्ता ओम प्रकाश दिवाकर और गंगादीन रावत ने पुष्पा रावत का खेल बिगाड़ दिया। ष्कर की पत्नी विजय लक्ष्मी वार्ड नंबर 18 से जिला पंचायत का चुनाव जीत गई हैं, लेकिन गलत टिकट बंटवारे के आरोप और कई वार्डों में सपा समॢथत उम्मीदवारों के खिलाफ पार्टी के ही कार्यकर्ता मैदान में आ गए, जिससे जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए जरूरी 13 सीट के जादुई आंकड़े तक पार्टी नहीं पहुंच सकी।
इस बार भी सपा ने लखनऊ जिले की सभी 25 जिला पंचायत वार्डों में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। वार्ड नंबर 23 से तीन बार की जिला पंचायत सदस्य पुष्पा रावत को चुनाव मैदान में उतारा था। यहां से सपा कार्यकर्ता ओम प्रकाश दिवाकर और गंगादीन रावत ने पुष्पा रावत का खेल बिगाड़ दिया। वार्ड नंबर 22 से पार्टी कार्यकर्ता चंद्रशेखर ने अपनी पत्नी सर्वेश कुमारी के लिए दावेदारी की थी, लेकिन पार्टी ने अन्य कार्यकर्ता राहुल वर्मा की पत्नी सुधा वर्मा को समर्थन दिया। सर्वेश कुमारी को बसपा से टिकट मिला और वह जीत गईं। इसी तरह वार्ड नंबर 24 से बसपा से आए प्रधान महेश वर्मा को उम्मीदवार बनाया। मुकाबला निर्दल लड़ रहे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय बहादुर यादव से था। विजय बहादुर यादव कभी सपा में ही थे, लेकिन यूपी में भाजपा सरकार बनने के बाद उन्होंने खेमा बदल लिया ।
गोसाईंगंज के जिस पार्टी के पूर्व चेयरमैन के यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गए थे, उस पूर्व पदाधिकारी के यहां से विजय बहादुर यादव का चुनाव नियंत्रित हुआ। यहां पार्टी समॢथत उम्मीदवार हार गया। बीकेटी में भी कई वार्डो में पार्टी के कार्यकर्ता आपस मे लड़े। सपा जिलाध्यक्ष जय सिंह जयंत कहते हैं कि हम 15 से 16 सीट जीत सकते थे। हम अब भी लखनऊ में नंबर एक है और जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अपनी दावेदारी करेंगे। वही पार्टी की ओर से विधायक अंबरीष पुष्कर की पत्नी विजय लक्ष्मी को दावेदार बनाने की तैयारी है।