दिग्विजय सिंह ने कहा है कि 2028 तक हिंदुओं और मुस्लिमों की जन्मदर बराबर हो जाएगी। उनके मुताबिक मुस्लिमों की जन्मदर घट रही है। मुस्लिमों की जन्मदर में गिरावट हिंदुओं की तुलना में अधिक है।
भोपाल, अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने फिर विवादित बयान दिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2028 तक हिंदुओं और मुस्लिमों की जन्मदर बराबर हो जाएगी। उनके मुताबिक, मुस्लिमों की जन्मदर घट रही है। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों की जन्मदर में गिरावट हिंदुओं की तुलना में अधिक है। सीहोर में किसान पदयात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि मुस्लिमों की जन्मदर 2.7 और हिंदुओं की 2.3 है। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज खतरा बताकर हिंदुओं को गुमराह किया जा रहा है। ओवैसी मुस्लिमों को खतरा बताकर वोट हासिल करना चाहते हैं। दिग्विजय ने कहा कि ना तो हिंदुओं को खतरा है और ना ही मुस्लिमों को खतरा है।
जनता में भ्रम फैलाया जा रहाः दिग्विजय
इंटरनेट मीडिया पर कई ट्वीट को रिट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि जनता में भ्रम फैलाया जा रहा है कि मुस्लिमों की जनसंख्या बढ़ती जा रही है और हिंदुओं की घटती जा रही है, जिसकी वजह से 2030-2040 तक मुस्लिम बहुसंख्यक हो जाएंगे। उनके मुताबिक, मुस्लिमों की जन्मदर हिंदुओं से अधिक तेजी से गिर रही है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि इसी तरह हिंदुओं और मुस्लिमों की जन्मदर घटती जाएगी तो दोनों की जन्मदर 2028 तक स्थाई होकर भारत की जनसंख्या स्थिर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हजारों वर्ष पुराने सनातन धर्म को ना तो कभी खतरा रहा है और ना ही कभी खतरा हो सकता है। उनके मुताबिक, भाजपा, संघ और उसके संगठन केवल हिंदुओं को डराकर अपना स्वार्थ पूरा करते हैं। उन्होंने कहा कि डराता वो है, जो खुद डरता है। हमारा सनातन धर्म कहता है कि डरो मत। मनीष जबलपुरे की आरटीआइ के जवाब में केंद्रीय मंत्री अमित शाह के गृह मंत्रालय ने जवाब दिया है कि हिंदू धर्म खतरे में है को काल्पनिक बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी, शाह हिंदुओं को कब तक गुमराह करते रहोगे।