दिल्ली से लगे सिंघु बॉर्डर से एक वाहन लेकर भागने और फिर उसे पकड़ने गए दिल्ली पुलिस के एक एसएचओ पर कथित तौर पर हमला करने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान कई महीनों से सिंघु बॉर्डर समेत कई स्थानों पर आंदोलनरत हैं।
पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार रात करीब आठ बजे की है। एसएचओ को मामूली चोटें आई हैं। पुलिस के अनुसार, घटना के वक्त आरोपी नशे में था और प्रदर्शन स्थल पर एक अधिकारी की गाड़ी की चाबियां छीन कर मौके से फरार हो गया था।
उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा उसका पीछा करने पर उसने वाहन रास्ते में ही छोड़ दिया और फिर एक अन्य व्यक्ति से दोपहिया वाहन छीन वहां से फरार हो गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा कर्मियों ने उसे मुकरबा चौक पर रात करीब साढ़े आठ बजे पकड़ा। उसे पकड़ते समय व्यक्ति ने तलवार से एसएचओ पर हमला कर दिया, जिससे उनकी उंगली और गर्दन में चोटें आईं।
पुलिस ने बताया कि एसएचओ को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। उन्होंने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच जारी है।
गौरतलब है कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध अब भी बरकरार है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 84वें दिन भी जारी है। इस बीच किसानों को मनाने के लिए अब तक केंद्र सरकार की ओर से की गईं सभी कोशिशें बेनतीजा रही हैं।
बता दें कि किसान हाल ही बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों – द प्रोड्यूसर्स ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) एक्ट, 2020, द फार्मर्स ( एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट, 2020 और द एसेंशियल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) एक्ट, 2020 का विरोध कर रहे हैं। केन्द्र सरकार इन कानूनों को जहां कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।