पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि वह भारत के साथ शांति से रहना चाहते हैं। एक इंटरव्यू में शरीफ ने कहा कि भारत के साथ तीन युद्ध में हमने सबक सीख लिया है। अब हम शांति के साथ रहना चाहते हैं। (फाइल फोटो)
अबू धाबी, एजेंसी। भारत को बार-बार हमले की धमकी देने वाले पाकिस्तान की आज पूरी हेकड़ी निकल गई है। अपने सबसे बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहे पाकिस्तान के तेवर अब ढीले पड़ गए हैं। पड़ोसी मुल्क आज शांति की बातें कर रहा है। पाक पीएम शहबाज शरीफ का एक बयान सामने आया है। अपने बयान में शरीफ के सुर बदले-बदले दिख रहे हैं।
कश्मीर जैसे मुद्दों पर करें बातचीत- Sharifशरीफ ने इंटरव्यू में कहा, “भारतीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री मोदी को मेरा संदेश है कि आइए टेबल पर बैठें और कश्मीर जैसे बिंदुओं को हल करने के लिए गंभीर और ईमानदार बातचीत करें। यह हमारे ऊपर है कि हम शांति से रहें और विकास करें या एक-दूसरे के साथ झगड़ा करें और समय और संसाधन बर्बाद करें।”
भारत-पाकिस्तान 1965 का युद्ध
भारत और पाकिस्तान के बीच पहला युद्ध 1965 में लड़ा गया। यह युद्ध पाकिस्तान के ऑपरेशन जिब्राल्टर के बाद शुरू किया गया था। 17 दिनों तक चले इस युद्ध में कई सैनिक मारे गए थे। तत्कालीन सोवियत संघ और अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद ताशंकद घोषणा के द्वारा युद्ध विराम की घोषणा की गई।
1971 में पाकिस्तान ने मुंह की खाई
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भी एक युद्ध लड़ा गया। इस युद्ध के बाद ही एक नए देश बांग्लादेश का जन्म हुआ। इस युद्ध में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी। 90 हजार से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था।
भारत ने करगिल युद्ध में भी धूल चटाई
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में करगिल युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तानी सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलओसी के पार घुसपैठ कर दी थी। इस युद्ध में 4 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।