मूलरूप से जालौन जनपद के उरई एट के रहने वाले दारोगा को 14 सितंबर को निलंबित किया गया था। दो माह से तनाव में चल रहे दारोगा ने जहरीला पदार्थ खा लिया और हालत गंभीर होने पर सहकर्मियों ने पहले एलएलआर और रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया।
कानपुर, करीब दो माह पूर्व निलंबन की कार्रवाई से तनाव में चल रहे दारोगा ने आउटर पुलिस लाइन में जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर साथी पुलिसकर्मी ने उन्हें एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया और आलाधिकारियों के साथ स्वजन को सूचना दी। हालत गंभीर होने पर रीजेंसी अस्पताल में आइसीयू में रखा गया है।
मूलरूप से जालौन जनपद के उरई ऐंट निवासी अनूप कुमार सिंह 2015 बैच के दारोगा हैं। परिवार में पिता शत्रुघ्न सिंह, पत्नी पूनम, दो साल का बेटा अयांश और भाई दीपक हैं। अनूप बिधनू थाने में तैनात थे और रावतपुर थानाक्षेत्र के केशवपुरम में किराये पर कमरा लेकर रह रहे थे। नौ सितंबर को उन्होंने कठेरुआ गांव में वाहन धुलाई सेंटर के संचालक महेंद्र कुशवाहा और उनके नाबालिग बेटों को वसूली न देने पर पीटा था।
इस मामले में एसपी आउटर तेजस्वरूप सिंह ने 14 सितंबर को दारोगा अनूप कुमार सिंह, सौरभ व सिपाही प्रवीण को निलंबित कर दिया था। इसके बाद से अनूप काफी परेशान थे। गुरुवार शाम करीब छह बजे उन्होंने आउटर पुलिस लाइन में जहरीला पदार्थ खा लिया।
14 ए की चल रही है कार्रवाई : अनूप कुमार के खिलाफ 14 ए की कार्रवाई चल रही है, यह एक विभागीय कार्रवाई दण्ड है, जिसमें बर्खास्तगी तक हो सकती है। साथी पुलिसकर्मियों का कहना है कि इससे परेशान होकर ही अनूप ने ऐसा कदम उठाया है।