कानपुर के रावतपुर में आयकर अफसर की लाश परिवारवाले 17 माह तक घर में रखे रहे। उनकी पत्नी मितली भी साथ रहीं दोनों ने लव मैरिज की थी। मिताली ट्यूशन पढ़ाने के लिए घर आने वाले विमलेश को दिल दे बैठी थीं।
कानपुर, 17 महीने तक घर में रखी रही पति की लाश के साथ रहने वाली पत्नी को लेकर तरह तरह की बातें उठ रही हैं। हालांकि वो अभी तक न तो मीडिया के सामने आई हैं और न ही पति को लेकर कुछ कहने को तैयार हैं। उनकी एक प्रेम कहानी भी है, जो ट्यूशन पढ़ने और पढ़ाने से शुरू हुई और फिर प्यार, इकरार के बाद जीवन संगिनी बनकर आगे बढ़ी।
इस तरह शुरू हुई थी मिताली-विमलेश की प्रेम कहानीविमलेश और मिताली की प्रेम कहानी कैसे शुरू हुई, यह भी एक बड़ा सवाल है। मिताली फिलहाल मीडिया से बात करने को तैयार नहीं है। विमलेश के भाई दिनेश बताते हैं कि मिताली दीक्षित किदवई नगर की कोआपरेटिव बैंक में डिप्टी मैनेजर हैं।
मिताली के परिवार में केवल उनकी मां हैं। आयकर विभाग में नौकरी लगने से पहले विमलेश ट्यूशन पढ़ाने के लिए मिताली के घर जाते थे। ट्यूशन पढ़ाने के दौरान ही मिताली और विमलेश में प्यार हो गया और दोनों ने घरवालों को बिना बताए प्रेम विवाह कर लिया। जब घर वालों को पता चला तो विरोध किया लेकिन बाद में दोनों के घरवाले मान गए।
उनकी शादी में दोनों तरफ से परिवार का कोई भी सदस्य नहीं आया था। मिताली के चाचा ने शादी में रस्मों की अदायगी की थी। कई साल के बाद मिताली और विमलेश को दोनों परिवारों ने अपनाया था। विमलेश और मिताली के बीच कभी किसी ने झगड़ा होते नहीं देखा, उनके दो बच्चों में पांच साल का बेटा और डेढ़ साल की बेटी है।