मुद्रास्फीति के प्रभाव को कम करने के लिए सरकार के प्रयासों के तहत देश भर में स्थापित केंद्रों पर हजारों लोग एकत्र हुए। पिछले वर्ष में आटे की कीमतों में 45 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ बुनियादी वस्तुओं की लागत और भी अधिक बढ़ गई है।
लाहौर, रायटर। आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान में महंगाई अपने चरम पर है। देश के लोग अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए दर- दर ठोकरें खा रहे हैं। यही नहीं इसकी कीमत गरीबों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है। ऐसे में नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में गरीबों के लिए मुफ्त आटे की योजना चलाई जा रही है।
भगदड़ में 5 लोगों की गई जानसरकारी दुकान से मुफ्त आटा लेने के चक्कर में मची भगदड़ व अन्य घटनाओं में हाल के दिनों में 5 लोगों की जान जा चुकी है। बता दें कि मंगलवार को भी दो बुजुर्ग महिलाओं और एक पुरुष की मुफ्त आटा लेने के लिए उमड़ी भीड़ में भगदड़ मच जाने से मौत हो गई थी। वहीं, अबतक भगदड़ और अन्य घटानाओं के कारण साहीवाल, बहावलपुर, मुजफ्फरगढ़ और दक्षिण पंजाब के ओकारा में 60 अन्य लोग घायल हुए हैं।
रमजान के पवित्र इस्लामी महीने में सरकार की शुरुआतमुद्रास्फीति के प्रभाव को कम करने के लिए सरकार के प्रयासों के तहत देश भर में स्थापित केंद्रों पर हजारों लोग एकत्र हुए। पिछले वर्ष में आटे की कीमतों में 45 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ बुनियादी वस्तुओं की लागत और भी अधिक बढ़ गई है। पाकिस्तान सरकार ने पिछले सप्ताह शुरू हुए रमजान के पवित्र इस्लामी महीने के दौरान जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचने के लिए आटा वितरण कार्यक्रम शुरू किया है।
दो महिलाओं सहित चार लोगों की मौतप्रांतीय सूचना मंत्री आमिर मीर ने रायटर को बताया कि भगदड़ में पूर्वी पंजाब में वितरण स्थलों पर दो महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा, ”कुछ जगहों पर भीड़ की वजह से कई (अधिक) घायल हो गए। मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने इन घटनाओं की जांच के आदेश दिए हैं।’
इसके अलावा, प्रांतीय खाद्य प्राधिकरण द्वारा साझा किए गए रिकॉर्ड के अनुसार, उत्तरी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पिछले सप्ताह एक वितरण केंद्र में भगदड़ में एक और व्यक्ति की मौत हो गई थी। रिपोर्ट में बताया गया कि ट्रकों और वितरण केंद्रों से आटे की हजारों बोरियां भी लूट ली गईं।