पीएनबी घोटाला मामले में सीबीआइ ने नीरव मोदी के साथी परब सुभाष शंकर पर शिकंजा कसा है। सीबीआइ की टीम सुभाष शंकर को इजिप्ट के काहिरा से उसे मुंबई लेकर आई है। नीरव मोदी पीएनबी घोटाला मामले में आरोपी है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। पंजाब नेशनल बैंक ( पीएनबी ) फ्राड (Punjab National Bank Scam) मामले में जांच एजेंसी सीबीआइ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सीबीआइ ने भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) के साथी परब सुभाष शंकर पर शिकंजा कसा है। सीबीआइ सुभाष शंकर को इजिप्ट के काहिरा से मुंबई लेकर आई है। उसे विशेष विमान से मुंबई लाया गया है।
नीरव मोदी का साथी है सुभाष शंकर
सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि सुभाष शंकर, नीरव मोदी का करीबी सहयोगी है। सुभाष शंकर को 13,578 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले के सिलसिले में मुंबई लाया गया है। सुभाष के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी हुआ था। सीबीआइ की टीम अब घोटाले को लेकर उससे पूछताछ करेगी।
क्या है पीएनबी घोटाला मामला?
नीरव मोदी पर पीएनबी से करीब 14 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने और धनराशि को अवैध रूप से अन्य देश भेजने का आरोप है। धोखाधड़ी का भंडाफोड़ होने के बाद 50 वर्षीय हीरा कारोबारी भारत से फरार हो गया था। इसके बाद मार्च 2019 में ब्रिटेन में नीरव मोदी की गिरफ्तारी हुई। नीरव मोदी लंदन वैंड्सवर्थ जेल में सजा भुगत रहा है। भारतीय एजेंसियों की ओर से दायर याचिका पर लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया था। नीरव मोदी ने इस आदेश को चुनौती दी है। नीरव मोदी ने मानसिक स्वास्थ्य और मानवाधिकारों का हवाला दिया है।