गोरखपुर में आवास योजना में आवंटियों से अवैध वसूली में तीन सर्वेयरों को बर्खास्त कर दिया गया है। वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद डीएम विजय किरन आनन्द ने एडीएम प्रशासन की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है।
गोरखपुर, पीपीगंज में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत घर बनाने के लिए किस्त दिलाने के नाम पर छह लोगों से वसूली का मामला प्रकाश में आया है। वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद डीएम विजय किरन आनन्द ने एडीएम प्रशासन की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। कमेटी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देनी होगी। जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के परियोजना अधिकारी विकास सिंह ने दोनों सर्वेयर को पीपीगंज से हटाकर कार्यालय से संबद्ध कर दिया है। इसके पूर्व अवैध वसूली पर तीन सर्वेयरों को बर्खास्त किया जा चुका है।
तीसरे किश्त के नाम पर मांगे जा रहे दस हजार रुपये
वायरल वीडियो में पीपीगंज निवासी राकेश कुमार कह रहे हैं कि आवास की तीसरी किस्त दिलाने के नाम पर उनसे 10 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं। रुपये न मिलने पर किस्त लटकाने की धमकी दी जा रही है। राकेश कुमार ने पहली और दूसरी किस्त मिलने से पहले पांच-पांच हजार रुपये घूस देने की भी बात कही है। उनसे तब 10-10 हजार रुपये मांगे गए थे।
इनसे मांगे गए हैं रुपये
राकेश कुमार, आरती, प्रमिला, सीताराम, धर्मेंद्र कुमार और रूमाली।
सभासद और लेखपाल की भी जांच
पीपीगंज के छह लाभार्थियों ने इलाके के सभासद और तीन लेखपालों पर भी वसूली का आरोप लगाया है। डीएम ने इनकी भूमिका की भी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
इन सर्वेयर पर कार्रवाई
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत आवास के लिए आए आवेदनों की जांच का जिम्मा सरयू बाबू इंजीनियङ्क्षरग लिमिटेड को सौंपा गया है। कंपनी के सर्वेयर जांच कर रिपोर्ट देते हैं। यदि सर्वेयर ने आवेदक के पात्र होने की रिपोर्ट दी तो जांच की जिम्मेदारी एसडीएम के माध्यम से लेखपाल को दी जाएगी। लाभार्थियों ने सर्वेयर राहुल और विवेक पर रुपये वसूलने का आरोप लगाया है। दोनों को डूडा कार्यालय से अटैच कर दिया गया है।
यह हैं कमेटी में
पुरुषोत्तम दास गुप्ता, अपर जिलाधिकारी प्रशासन।
जनार्दन पांडेय, मुख्य कोषाधिकारी।
विकास कुमार सिंह, परियोजना अधिकारी डूडा।
तीन सर्वेयर हो चुके हैं बर्खास्त
कुछ दिनों पहले आवास की किस्त दिलाने के नाम पर वसूली करने वाले गोरखनाथ के एक और चौरी चौरा के दो सर्वेयरों को बर्खास्त कर दिया गया था। तीनों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई गई थी।
ऐसे मिलते हैं रुपये
प्रथम किस्त – 50 हजार
द्वितीय किस्त – 1.50 लाख
तृतीय किस्त – 50 हजार
पीपीगंज में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी की तीसरी किस्त दिलाने के नाम पर रुपये वसूलने का मामला सामने आया है। डीएम ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। आरोपित दोनों सर्वेयर को हटा कर कार्यालय से अटैच कर दिया गया है। लाभार्थी किसी भी हाल में किसी को एक भी रुपये न दें। रुपये मांगने वालों की जानकारी कार्यालय में दें। – विकास सिंह, परियोजना अधिकारी, डूडा।