पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज एल बालाजी ने कहा पहले 10 में से 9 युवा खिलाड़ी विराट कोहली सचिन तेंदुलकर या फिर एमएस धौनी बनना चाहते थे। आजकल युवाओं को जसप्रीत बुमराह मोहम्मद शमी और जहीर खान जैसा बनना है।
नई दिल्ली, भारतीय टीम ने पिछले कुछ सालों में गेंदबाजी में जोरदार प्रदर्शन किया है। टेस्ट क्रिकेट में टीम के गेंदबाज लगातार 20 विकेट हासिल करने में कामयाब हो रहे हैं। आइसीसी टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारतीय टीम ने टॉप पर रहते हुए जगह बनाई इसमें गेंदबाजों का अहम योगदान रहा। भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज एल बालाजी ने गेंदबाजी आक्रमण की तारीफ की है।
उन्होंने कहा, ‘पहले 10 में से 9 युवा खिलाड़ी विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर या फिर एमएस धौनी बनना चाहते थे। आजकल युवाओं को जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और जहीर खान जैसा बनना है। तेज गेंदबाजों का महत्व अब बुमराह की तेज रफ्तार, शमी के नई दौर में क्रिकेट की हुनर और इशांत शर्मा लंबे अनुभव ने बदला है।”
आगे उन्होंने कहा, “मौजूदा समय में आज हमारे पास शमी और बुमराह दो सबसे ज्यादा हुनरमंद तेज गेंदबाज हैं, जिनके साथ ही हम एक ही वक्त में खिला सकते हैं। बल्कि इशांत को भी उनको रोटेट किया जा सकता है। टीम में और भी तेज गेंदबाज हैं जैसे भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज और भी कई। इन सभी चीजों की वजह से भारतीय टीम के पास एक बड़ा गेंदबाजों का दल तैयार हो रहा है। ये सभी खिलाड़ी उसी लगन और उत्साह के साथ गेंदबाजी करते हैं। आखिर में आपको अपने गेंदबाजों को ताजा और उनके लंबे समय तक सही तरीके से बनाए रखना होता है। आपको उनको बचाकर रखने के लिए आप एक फार्मुला तैयार करते हैं।”
“टी नटराजन मौजूदा समय में तमिलनाडु के एक दूर दराज गांव से आते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट में खेल रहे हैं। बाए हाथ के गेंदबाज के खाली जगह की उन्होंने भरपाई की है। यह सब कुछ गेंदबाजों को लेकर आए बदलाव की ही नतीजा है। इसी वजह से तो अब भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में लगातार 20 विकेट निकालने में सक्षम है।”