केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी पेट्रोल की कीमतों को लेकर भारत और अन्य कई देशों की तुलना की। पुरी ने कहा कि यूएसए कनाडा जर्मनी यूके फ्रांस स्पेन और श्रीलंका में पेट्रोल की कीमतें 50% 55% 58% 55% तक बढ़ीं जबकि भारत में सिर्फ 5 फीसदी बढ़ी हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ/बिजनेस डेस्क। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी राज्यसभा में पेट्रोल की कीमतों को लेकर भारत और अन्य कई देशों की तुलना की। उन्होंने कहा कि यूएसए, कनाडा, जर्मनी, यूके, फ्रांस, स्पेन और श्रीलंका के मुकाबले भारत में पेट्रोल की कीमतें सिर्फ 5 फीसदी बढ़ी हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “मेरे पास यूएसए, कनाडा, जर्मनी, यूके, फ्रांस, स्पेन, श्रीलंका और भारत का तुलनात्मक डेटा है। उन सभी देशों में, इस रिप्रेजेंटेटिव पीरियड के दौरान पेट्रोल की कीमत में 50%, 55%, 58%, 55% की वृद्धि हुई है। भारत में यह केवल 5% बढ़ा है।”
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “जब हमने देखा कि उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने की आवश्यकता है, तो पीएम ने 5 नवंबर 2021 को दरों में कटौती की। हमने कुछ कदम उठाए और अन्य कदम उठाने को तैयार हैं…9 राज्यों ने ऐसा नहीं किया। कराधान केवल एक पहलू है, हमें उपभोग पर भी उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करनी है।” बता दें कि 5 नवंबर 2021 से देश में पेट्रोल के दाम स्थिर हैं। हालांकि, बीते कुछ दिनों से कच्चे तेल की बढ़ी हुई कीमतों के कारण आशंका जताई जा रही है कि पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़त देखने को मिल सकती है लेकिन फिलहाल अभी तक ऐसा नहीं हुआ है।
अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कच्चे तेल की कीमतों में कमी देखने को मिल रही है। सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान तेल की कीमतों में लगभग 4 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट देखी गई। ब्रेंट क्रूड वायदा 4.12 डॉलर या 3.6 फीसदी की गिरावट के साथ 108.55 डॉलर प्रति बैरल (0115 जीएमटी) पर था जबकि यूएस वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड फ्यूचर्स 3.93 डॉलर या 3.7 फीसदी की गिरावट के साथ 105.40 डॉलर प्रति बैरल पर दर्ज किया गया। इससे पहले 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद कच्चे तेल की कीमतें तेजी से बढ़ी थीं और 2008 के बाद से सबसे ऊंचे स्तर तक पहुंच गई थीं।