प्रत्येक पुलिस लाइन में एल-1 सुविधायुक्त 15 से 20 बेड का एक आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इन वार्डों में पुलिसकर्मियों के समुचित इलाज के लिए पीपीई किट कोविड जांच किट और आक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध कराए गए हैं।
लखनऊ : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जिस तरह पुलिसकर्मियों पर भी भारी पड़ रही है, उसके दृष्टिगत खाकी ने भी अपनों की सुरक्षा की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं। पुलिसकर्मियों को समुचित इलाज उपलब्ध कराने के लिए सभी पुलिस लाइन व पीएसी वाहनियों में आक्सीजन की सुविधा वाले एल-1 सुविधा वाले आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए गए हैं।
संक्रमित पुलिसकर्मी अब सीधे संबंधित पुलिस लाइन में जाकर भर्ती हो रहे हैं, जहां चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ के जरिए देखरेख की जा रही है। अधिकतर पुलिस लाइन में यह सुविधा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिसकर्मियों के इलाज के लिए विशेष प्रबंध करने के कड़े निर्देश दिए थे, जिसके बाद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने इसे लेकर अधीनस्थों को निर्देश दिए थे। जिलों के पुलिस अधिकारियों को इसके लिए विशेष दायित्व सौंपा गया था। वर्तमान में 4323 से अधिक पुलिस अधिकारी व कर्मी कोरोना संक्रमित हैं। बीते डेढ़ माह में पुलिसकर्मियों में संक्रमण का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है।
अब तक 15152 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित होने के बाद स्वस्थ भी हो चुके हैं। स्वस्थ्य हो रहे पुलिसकर्मी वापस अपनी ड्यूटी भी ज्वाइन कर रहे हैं। डीजीपी मुख्यालय की ओर से स्पष्ट निर्देश है कि कोरोना होने अथवा उसके लक्षण होने पर पुलिसकर्मी तत्काल पुलिस लाइन के चिकित्सकों से संपर्क करें और पूरा इलाज कराने के बाद ही दोबारा ड्यूटी ज्वाइन करें। प्रत्येक पुलिस लाइन में एल-1 सुविधायुक्त 15 से 20 बेड का एक आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इन वार्डों में पुलिसकर्मियों के समुचित इलाज के लिए पीपीई किट, कोविड जांच किट और आक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध कराए गए हैं। सभी जिलों के एसपी व आईजी रेंज को इन कोविड केयर अस्पतालों की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं, जिससे पुलिसकर्मियों को कहीं कोई असुविधा न हो। पुलिस लाइन के अस्पतालों में 24 घंटे चिकित्सकों की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई गई है।