केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में आज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आज देश के सभी राज्यों के खाद्य मंत्री और खाद्य सचिव इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं जहां खाद्य और नागरिक आपूर्ति के समग्र विकास के लिए सहयोग और ज्ञान साझा करने में मदद मिलेगी। इस दौरान पीयूष गोयल एक पोर्टल भी लॉन्च करेंगें।
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: राज्य खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्रियों का एक राष्ट्रीय सम्मेलन कल यानी 5 जुलाई को आयोजित होने वाला है। इस सम्मेलन में खरीफ खरीद, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और खाद्य/पोषण सुरक्षा पर चर्चा होगी। इस सम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल करेंगे।
इस वार्षिक सम्मेलन में मिनिस्टर ऑफ स्टेट, साध्वी निरंजन ज्योति और अश्विनी कुमार चौबे भी उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा देश भर के राज्यों के खाद्य मंत्री और खाद्य सचिव इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे जो खाद्य और नागरिक आपूर्ति के समग्र विकास के लिए सहयोग और ज्ञान साझा करने को बढ़ावा देने में मदद करेंगे।
क्या है सम्मेलन का लक्ष्य?
एक आधिकारीक बयान के अनुसार सम्मेलन का लक्ष्य खरीफ मार्केटिंग सीजन (KMS) 2023-24 के दौरान मोटे अनाज की खरीद के लिए एक कार्य योजना विकसित करना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा की गई प्रमुख पहलों पर चर्चा करना, राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों की सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रसार करना और इसे मजबूत करना है। इसके अलावा खाद्य एवं पोषण सुरक्षा पर भी ध्यान देने के लिए चर्चा हो सकती है।
ये पोर्टल होगा लॉन्च
आपको बता दें कि इस सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल 9 साल की उपलब्धि पुस्तिका और सुगर-इथेनॉल पोर्टल लॉन्च करेंगे। इसके अलावा इस सम्मेलन में स्मार्ट-पीडीएस का कार्यान्वयन, आपूर्ति-श्रृंखला अनुकूलन, खरीद केंद्रों की ग्रेडिंग, और उचित मूल्य की दुकानों (एफपीएस) का परिवर्तन, आदि पर भी चर्चा होगी।
सम्मेलन से क्या होगा फायदा?
यह सम्मेलन देश में खाद्य और पोषण सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के परिवर्तन को प्राप्त करने के लिए चुनौतियों और अवसरों पर विचार करने और 2023-24 के लिए रोडमैप तैयार करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
1 जनवरी, 2023 से प्रमुख योजना,प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के कार्यान्वयन ने लगभग 80 करोड़ लाभार्थियों को फायदा पहुंचाया है। सिस्टम में प्रगति और सुधार को आगे बनाए रखने के लिए, विभाग प्रणाली की दक्षता बढ़ाने और खाद्य और पोषण सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए नई पहल शुरू करने की योजना है।