पिसावां थाना के हरनी कीरतपुर गांव में सेफ्टी टैंक से लखनऊ निवासी युवक का शव बरामद हुई था। पुलिस ने हत्यारोपित महिला को गिरफ्तार किया है। हत्या की वारदात प्रेम प्रसंग में पैसे के लालच में की गई थी। महिला ने बेटे के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था।
लखनऊ, पिसावां थाना के हरनी कीरतपुर गांव में सेफ्टी टैंक से लखनऊ निवासी युवक का शव बरामद हुई था। पुलिस ने हत्यारोपित महिला को गिरफ्तार किया है। हत्या की वारदात प्रेम प्रसंग में पैसे के लालच में की गई थी। महिला ने बेटे के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। हरनी कीरतपुर गांव के बाहर सुशील का बाग में मकान बना है। सुशील बाहर मजदूरी करता है, घर बंद पड़ा है। 20 दिसंबर को बाग में बच्चे खेल रहे थे। तेज दुर्गंध आने पर सुशील के सेफ्टी टैंक का पत्थर हटाया गया तो उसमें अज्ञात युवक का शव नग्न हालात में उतराता मिला था।
शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया था। शुक्रवार को लखनऊ के इटौंजा थाना के अलदमपुर गांव के संतोष मिश्रा ने शव की शिनाख्त अपने बड़े भाई प्रमोद मिश्र के रूप में की थी। संतोष मिश्रा की तहरीर पर पुलिस ने रात में हत्या व शव छिपाने की धाराओं में केस दर्ज किया था। पुलिस ने घटना को लेकर तहकीकात की तो पता चला कि गांव की रेखा पत्नी स्व. रवींद्र के साथ प्रमोद मिश्र का प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों का एक दूसरे के यहां आना जाना भी था। पुलिस ने रेखा की तलाश की तो उसका घर बंद मिला। सुराग लगाकर पुलिस ने शनिवार की सुबह वजीर नगर गांव में रिश्तेदारी में छिपी रेखा को गिरफ्तार किया।
थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया प्रमोद मिश्रा लखनऊ से 11 दिसंबर को हरनी कीरतपुर गांव रेखा के घर आया था। रेखा ने अपने बेटे गोलू के साथ मिलकर रात में वारदात को अंजाम दिया। पूछताछ में महिला ने बताया है कि उसके सिर पर पहले ईंट से प्रहार किया गया। प्रमोद के बेहोश हो जाने पर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों ने कपड़े उतार कर प्रमोद का शव सेफ्टी टैंक में छुपा दिया। पहचान न हो सके इसके लिए प्रमोद के सभी कपड़े जला दिए गए। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला की निशानदेही पर गन्ने के खेत से हत्या में प्रयुक्त ईट तथा जले हुए कपड़े की राख बरामद कर ली गई है। वारदात में साथ देने वाला महिला का पुत्र गोलू फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
लखनऊ में दोनों के बीच हुई थी दोस्तीः हत्यारोपित महिला ने बताया कि प्रमोद के साथ उसका दो वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह लखनऊ में नगर निगम के चल रहे निर्माण कार्य में मजदूरी करती थी। वहां प्रमोद ट्रक से सामान लेकर आता था। वहीं दोनों की दोस्ती हुई थी।
पैसा बना मौत की वजहः संतोष मिश्रा ने बताया हत्यारोपित महिला रेखा पैसे की लालची थी। वह अक्सर भाई से किसी न किसी बहाने पैसे की मांग करती रहती थी। प्रमोद घर में पैसे की मांग करता था, जिसको लेकर परिवार में तनाव रहता था। पैसे न मिलने पर ही महिला ने प्रमोद की हत्या की।
महिला का बंद घर बना शक की वजहः हरनी कीरतपुर गांव में बाग के निकट ही महिला का घर है। जिस दिन शव बरामद हुआ, महिला का घर बंद था। लेकिन घर के बाहर गोबर से ताजी लिपाई की गई थी। इसको लेकर पुलिस का संदेह गहराया था। पुलिस ने जांच शुरू की तो परतें खुलती चली गई।
ट्रक चलाता था प्रमोदः प्रमोद मिश्रा पेशे से ट्रक चालक था। प्रमोद तीन भाई हैं, सबसे बड़ा पवन फिर प्रमोद और सबसे छोटा संतोष है। प्रमोद के पिता प्रेम कुमार मिश्रा रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं।