पीकेपीएस एकेडमी की प्रधानाचार्य अंजू सिंह ने बताया कि हर साल माघ पूर्णिमा के दिन रविदास जयंती मनाई जाती है वहीं विद्यालय के प्रबंधक विनोद मौर्य ने बताया कि संत रविदास जी धार्मिक परंपराओं का पालन करते थे। ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा ‘ रविदास जी का ये दोहा आज भी प्रसिद्ध है।
आवाज़ –ए– लखनऊ ~ महेन्द्र कुमार
हसनगंज (उन्नाव)- ब्लॉक हसनगंज क्षेत्र के डॉल्फिन पब्लिक स्कूल मीरा, पीकेपीएस एकेडमी धौरा,आरके मांटेसरी हाई स्कूल मोहान में संत रविदास जी के चित्र पर माला पहनाकर जयंती शिक्षकों ने मनाई।डॉल्फिन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक माधुरी सिंह ने कहा कि संत रविदास बेहद धार्मिक स्वभाव के थे।
वे भक्तिकालीन संत और महान समाज सुधारक थे।वह भगवान की भक्ति के साथ-साथ सामाजिक और पारिवारिक कर्तव्यों का भी बखूबी निर्वहन किया। संत रविदास जी ने लोगों को बिना भेदभाव के आपस में प्रेम करने की शिक्षा दी। आरके मांटेसरी विद्यालय के प्रबंधक विनोद मौर्य ने बताया कि संत रविदास जी धार्मिक परंपराओं का पालन करते थे। ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा ‘ रविदास जी का ये दोहा आज भी प्रसिद्ध है। रविदास जी का कहना था कि शुद्ध मन और निष्ठा के साथ किए काम का हमेशा अच्छा परिणाम मिलता है। पीकेपीएस एकेडमी की प्रधानाचार्य अंजू सिंह ने बताया कि हर साल माघ पूर्णिमा के दिन रविदास जयंती मनाई जाती है।उन्हे संत रविदास,गुरु रविदास,रैदास और रोहिदास जैसे नामों से जाना जाता है।वह बेहद धार्मिक स्वभाव के थे।