अब संविदा कर्मियों को भी गांवो में काम करना पड़ रहा महंगा,विद्युत चोरी का खुलासा होने पर रंजीत कुमार पुत्र रामचन्द्र ने क्षेत्रीय मीटर रीडर को बताया फर्जी रीडर, पिता व पुत्र ने प्रिन्ट मीडिया व सोशल मीडिया पर जमकर चलाई खबर रामचन्द्र के द्वारा दैनिक अपूर्व भारत समाचार पत्र में लगाई गई खबर की पुष्टि साबित हुई ग़लत अखबार के सम्पादक अतुल द्विवेदी ने अपने अखबार से किया निष्कासित।
आवाज़ –ए– लखनऊ ~ उन्नाव – संवाददाता
उन्नाव ( हसनगंज ) – पावर हाउस द्वारा उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार विद्युत चोरी रोकथाम व राजस्व वृद्धि हेतु विद्युत चेकिंग के दौरान छत पर बिजली की तार में बाई पास मिलने पर सम्बंधित अधिकारियों ने बिजली चोरी की धारा 135 में उपभोक्ता पर मुकदमा किया पंजीकृत। बड़ा मरहा निवासी रामचन्द्र पुत्र छेदीलाल के घर में विद्युत चेकिंग के दौरान उपभोक्ता द्वारा अपने घर के मीटर में जाने वाली केबल में दो कोर काले रंग की अवैध केबल जोड़कर 451 वाट बिजली खपत कर रहा था जो दण्डनीय अपराध है अवर अभियंता नीरज कुमार पाल व अन्य सरकारी कर्मचारियों ने मामले की जांच-पड़ताल कर उपभोक्ता को दोषी पाए जाने पर विद्युत चोरी की धारा में मुकदमा कराया पंजीकृत। जिससे खुन्नस मानते हुए क्षेत्रीय संविदा कर्मी मीटर रीडर जय गोविंद पुत्र बूटेलाल व भाई महेन्द्र कुमार को उपभोक्ता के पुत्र व पिता द्वारा झूठा आरोप लगाया गया कि मीटर रीडर फर्जी है धन उगाही का काम करते हैं जो कि पिता व पुत्र ने जमकर प्रिन्ट मीडिया/शोशल मिडिया पर किया वायरल जांच करने पर सभी आरोप पाए गए असत्य।
गलत खबर लगाने पर सम्पादक ने अखबार से किया निष्कासित – दैनिक अपूर्व भारत समाचार पत्र के सम्पादक अतुल द्विवेदी द्वारा जानकारी करने पर घटनाक्रम की पुष्टि असत्य पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से हसनगंज संवाददाता पद से रामचन्द्र को निष्कासित कर दिया कहा जिसके नाम से खबर लगी है वह गलत जानकारी देने का होगा स्वयं जिम्मेदार।
हसनगंज जेई नीरज पाल ने कहा – बीते शुक्रवार को दोपहर के समय मैं नीरज कुमार पाल अवर अभियंता विद्युत उपकेंद्र हसनगंज व महेन्द्र सिंह लाइनमैन, श्री सुनील कुमार संविदा कर्मी समेत ग्राम बड़ा मरहा में मामले की जांच-पड़ताल की मौके पर उपभोक्ता बिजली चोरी कर रहा था जैसा कि हमारे मीटर रीडर जय गोविन्द ने बताया जिसका साक्ष्य वीडियो मौजूद था। जेई साहब ने कहा ये मीटर रीडर कोई फर्जी नहीं है कंपनी द्वारा संविदा कर्मी है जिसका अपना एक आईडी कार्ड है क्षेत्र के हिसाब से कार्यरत हैं मीटर रीडर व उनके भाई पर लगाए गए अन्य सभी आरोप निराधार है।